नई दिल्ली: फिल्म अभिनेता गोविंदा (Film actor Govinda) से ओडिशा की इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (Economic Offenses Wing) 1000 करोड़ रुपये के पोंजी स्कैम मामले (ponzi scam cases) में पूछताछ करने वाली है. हालांकि गोविंदा इस मामले में न तो आरोपी हैं और न ही उनपर संदेह है. पूछताछ के लिए ईओडब्ल्यू के अधिकारी जल्द मुंबई जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक सोलर टेकनो अलायंस (STA-Token) ने कथित तौर पर क्रिप्टो इन्वेस्टेमेंट वेंचर के ज़रिए गैरकानूनी पोंजी स्कीम चलाई. इस कंपनी की दुनिया के कई देशों में ऑनलाइन मौजूदगी है. आरोप है कि स्कीम के ज़रिए कंपनी ने भारत के कई शहरों में 1000 करोड़ रुपये का स्कैम किया.
इस ऑनलाइन पोंजी स्कीम के ज़रिए कंपनी ने अनधिकृत तरीके से 2 लाख से ज्यादा लोगों से करीब 1000 करोड़ रुपये जमा करवाए. रिपोर्ट के मुताबिक गोविंदा ने इस कंपनी का प्रचार किया था. उन्होंने कंपनी के लिए प्रमोशनल वीडियो भी बनाए थे. इसी को लेकर इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग के अधिकारी अधिक जानकारी जुटाने के लिए गोविंदा से सवाल जवाब करने वाले हैं.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक EOW के इंस्पेक्टर जनरल जेएन पंकज ने बताया है कि वो जल्द एक टीम मुंबई भेजेंगे जो गोविंदा से मामले में पूछताछ करेगी. उन्होंने बताया कि गोविंदा ने गोवा में जुलाई में हुए एसटीए के ग्रैंड फंकशन में शिरकत की थी और कुछ वीडियो में कंपनी का प्रमोशन किया था. इंस्पेक्टर जनरल के मुताबिक फिलहाल गोविंदा इस मामले में न तो आरोपी हैं और न ही उन पर संदेह किया जा रहा है. हालांकि उन्होंने ये ज़रूर कहा है कि मामले में उनका रोल तभी साफ हो पाएगा जब उनसे पूछताछ होगी. अगर गोविंदा इस केस में सिर्फ प्रचार तक ही सीमित हैं तो उन्हें गवाह बनाया जा सकता है.
धोखाधड़ी करने वाली इस कंपनी ने भद्रक, क्योंझर, बालासोर, मयुरभंज और भुवनेश्वर के करीब 10 हज़ार लोगों से 30 करोड़ रुपये इकट्ठा किए. इसके अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, असम, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में भी लोगों को अपना निशाना बनाया. कंपनी लोगों को इनवेस्ट करने के लिए कहती थी और साथ ही इनवेस्टर्स को अपने साथ दूसरे लोगों को भी जोड़ने के लिए कहती थी. लोगों के जोड़ने पर इंसेंटिव का भी वादा करती थी.
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