इंदौर। ईओडब्ल्यू (EOW) इंदौर की टीम ने आज नगर निगम की अपर आयुक्त भव्या मित्तल (Bhavya Mittal ) के पीए मुकेश पांडे के तीन ठीकाने में पर एक साथ छापे की कार्रवाई की है। इसके लिए तीन टीमें लगाई गई है।
एसपी ईओडब्ल्यू धनंजय शाह (SP EOW Dhananjay Shah) ने बताया कि आज सुबह छापे की कार्रवाई शुरू की गई है। नगर निगम के दरोगा मुकेश पांडे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। इसकी जांच के बाद छापे डाले गए है। अब तक उसकी सात से अधिक प्रापर्टियों की जानकारी पुलिस को मिली है, जिसमें उसका अवंतिका नगर में स्थित मकान और स्कूल है। इसके अलावा उसके घर से लाखों रुपए केश और सोना भी मिला है। उसकी कुछ वाहनों की भी जानकारी पुलिस को मिली है। बताते है कि इंदौर में उसके चार प्लाट हंै और कुछ फ्लैट है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
मुकेश पांडे के घर संगम नगर और उसी के पास एक क़ॉलोनी में उनका स्कूल भी पाया गया, वहा भी सर्चिंग जारी है। सर्च के दौरान 7 से 8 जमीन, दुकान, कैश, सोना और गाडियां होना पाया गया है। साथ हीं उनके कार्य स्थल पर भी सर्चिंग की जा रही है। मुकेश पांडे नगर निगम में बेलदार के रुप में ज्वाईन किया था। वे कान्य कब्ज समाज में उपाध्यक्ष की भूमिका में भी हैं। अपर आयुक्त भाव्या मित्तल के निज सहायक के रुप में भी मुकेश पांडे कामकाज देख रहे थे।
1996 से दरोगा पद पर हुआ था भर्ती
नगर निगम सूत्रों के मुताबिक मुकेश पांडे 1996 में दरोगा पद पर भर्ती हुआ था और उसके बाद राजस्व, जलकर और कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रहा है। कुछ दिनों पहले भी उसके मामले में कुछ अधिकारियों को शिकायतें की गई थी। निगम की नई बिल्डिंग के कार्यालय में आज सुबह ईओडब्ल्यू की टीम जब पहुंची तो वहां आने-जाने वाले कर्मचारियों को भी कुछ देर के लिए रोक दिया गया था और कार्यालय से मिले बड़ी संख्या में मिले दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
26 साल की नौकरी, 50 लाख वेतन मिला
बताया जा रहा है कि पांडे की नौकरी का कार्यकाल 26 साल का है, इस दौरान उसे सरकार की और से 50 लाख का वेतन मिला है। वर्तमान में उसकी मासिक सैलरी 55 से 60 हजार के बीच है। इस हिसाब से उसके पास संपत्ति मिली है, वह सरकार द्वारा दिए गए वेतन कई गुना ज्यादा है।
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