भोपाल । मध्य प्रदेश में (In Madhya Pradesh) गरबा पंडाल में (In Garba Pandal) गैर हिंदुओं का प्रवेश (Entry of Non-Hindus) बैन कर दिया गया है (Has been Banned), इतना ही नहीं उज्जैन में तो परिचय पत्र देखने के साथ तिलक भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा गैर हिंदुओं के प्रवेश को प्रतिबंधित करने वाले पोस्टर भी लगे हैं। राज्य में नवरात्र पर्व शुरू होने से पहले ही गरबा स्थलों में प्रवेश को लेकर बहस का दौर शुरू हो गया था।
राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने तो गरबा पंडाल में प्रवेश के लिए परिचय पत्र को अनिवार्य किए जाने पर जोर दिया था, साथ ही यहां तक कहा था कि गरबा पंडाल लव जिहाद का जरिया बन गए है। उसके बाद कई स्थानों पर परिचय पत्र देखे जा रहे हैं और हिंदूवादी संगठन सक्रिय भी हैं।
इंदौर में बीते दिनों में दो स्थानों पर आठ गैर हिंदू युवक पकड़े गए जो गरबा स्थल पर पहुंचे थे। बाद में उन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। उन पर आरोप है कि वह लड़कियों और महिलाओं पर अश्लील फब्तियां कस रहे थे और तस्वीरें उतारने में लगे थे।
उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र में गरबा महोत्सव चल रहा है, यहां आने वालों को परिचय पत्र दिखाने के बाद तिलक लगाया जाता है और उसके बाद ही प्रवेश दिया जाता है। आयोजन स्थल पर सेवा ही संकल्प संस्कृति समिति ने एक पोस्टर लगाया है जिसमें साफ तौर पर लिखा है गैर हिंदू पंडाल में प्रवेश नहीं करें।
बात नर्मदा पुरम की करें तो यहां परिचय पत्र दिखाना तो अनिवार्य है ही साथ में एक ड्रेस कोड भी तय कर दिया है, जिसमें महिलाएं सिर्फ साड़ी, सलवार-सूट पहनकर आ सकती हैं और पुरुष कुर्ता-पजामा में ही गरबा पंडाल में प्रवेश कर सकते हैं।
राजधानी भोपाल में तो प्रशासन ने गरबा आयोजनों को निर्देश दिए हैं कि परिचय पत्र दिखाए जाने के बाद ही लोगों को गरबा पंडाल में प्रवेश दिया जाए। इसके अलावा खंडवा में तो गरबा पंडाल में जाने वाले हर व्यक्ति को परिचय पत्र दिखाना आवश्यक कर दिया गया है भले ही महिला हो या पूरा परिवार सभी को अपना कार्ड दिखाना होगा।
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