- पंंचायत चुनाव का मतदान शुरू…मतदाता करेंगे उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला
- प्रथम चरण में 52 जिलों के 115 विकासखंड की 8702 ग्राम पंचायतों में मतदान
भोपाल। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में आज सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया जो दोपहर 3 बजे तक चलेगा। भोपाल हो या प्रदेश का कोई और जिला हर जगह पंचायत चुनाव का जोश देखने को मिल रहा है। पंचायत चुनाव को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह नजर आया। राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने मतदाताओं से निर्भिक होकर मतदान करने की अपील की है। प्रदेश में प्रथम चरण में 52 जिलों के 115 विकासखण्ड की 8702 ग्राम पंचायतों के 26 हजार 902 मतदान केन्द्रों में मतदान हो रहा है। इनमें से 22 हजार 915 सामान्य और 3 हजार 989 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं।
भोपाल जिले की 220 ग्राम पंचायतों में मतदान भोपाल जिले में पंचायत चुनाव के लिए सुबह 7 से वोटिंग शुरू हो गई है। इसके लिए फंदा और बैरसिया में कुल 575 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। अधिकांश बूथ स्कूल, सामुदायिक भवन या आंगनवाड़ी केंद्रों में बने हैं। बारिश को देखते हुए बाहर बरसाती या टेंट की व्यवस्था की गई है। फंदा जनपद में 96 और बैरसिया में 126 ग्राम पंचायतें हैं। दो पंचायतें निर्विरोध चुन ली गई हैं। ऐसे में कुल 222 की बजाय 220 पंचायतों में सरपंच-पंच के चुनाव होंगे। वहीं, जिला पंचायत के 10 और दोनों जनपदों के 49 सदस्यों के लिए मतदान हो रहा है। एक जनपद में सदस्य निर्विरोध चुना गया है। बैरसिया ब्लॉक के 110 ग्राम पंचायतों में पंच, सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य पद के लिए तदान हो रहा है। पंचायत चुनाव के मतदान के लिए बैरसिया की 110 ग्राम पंचायतों में कुल 309 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। पिछले चुनावों के दौरान हुए विवादों को देखते हुए चुनाव आयोग ने बैरसिया ब्लॉक में 55 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील के तौर पर चिन्हित किया है। बरखेड़ा बरामद में 3,गरेटिया दांगी में एक, दिल्लौद में तीन, कलारा में तीन, सूरजपुरा में दो, गढ़ाकला में तीन, गूजरतोड़ी में एक, पसैया में दो, सोहाया में तीन, रूनाहा में तीन, चाटाहेड़ी में तीन, रमगढ़ा में दो, हबीबगंज में एक, कुल्हौर में दो, झिकरिया खुर्द में चार, सेमरा भैरोपुर में एक, खजुरिया रामदास में एक, लंगरपुर में दो, दामखेड़ा में दो, रमपुरा बालचौन में तीन, तरावली कला में दो, हिरनखेडी में एक, नलखेड़ा में दो, सोनकच्छ में दो मतदान केन्द्र संवेदनशील बनाए गए हैं।