भोपाल। महिला अपराध रोकने के लिए प्रदेश के 700 पुलिस थानों में महिला दिवस 8 मार्च को नई डेस्क खुलेंगे। ये डेस्ट ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क के नाम से संचालित होंगी। इस डेस्क का गठन तीन श्रेणियों में होगा। जिन थाना क्षेत्रों में महिला अपराधों की संख्या अधकि होगी, वहां अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 700 थानों में महिला हेल्प डेस्क के गठन के लिए सात करोड़ रुपये देने का प्रविधान किया गया है। इसमें प्रत्येक डेस्क के लिए एक लाख रुपये खर्च करने की व्यवस्था है। प्रदेश में अभी 141 महिला हेल्प डेस्क काम कर रही हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला अपराध) कार्यालय से सभी जिलों के लिए जारी आदेश के तहत सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क का शुभारंभ राष्ट्रीय महिला दिवस (आठ मार्च) को किया जाना है। पूर्व से संचालित 141 डेस्क अ श्रेणी में रहेगी। इस संबंध में सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों की सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक होगी।
किस श्रेणी में कितना बल
एक वर्ष में 75 से अधिक महिला अपराध होने वाले थाना क्षेत्र की डेस्क को अ श्रेणी में रखा जाएगा। यहां एक महिला उपनिरीक्षक, दो प्रधान आरक्षक और चार आरक्षक का स्टाफ रहेगा। एक वर्ष में 40 से 75 महिला अपराधों पर डेस्क को ब श्रेणी में रखेंगे। यहां महिला उप निरीक्षक या सहायक उप निरीक्षक का एक और प्रधान आरक्षक या आरक्षक के चार पद रहेंगे। जहां प्रतिवर्ष 40 से कम शिकायतें आती हैं। वह डेस्क स श्रेणी की रहेगी। यहां महिला उप निरीक्षक या प्रधान आरक्षक का एक और आरक्षक के तीन पद रहेंगे। संबंधित थाने के थाना प्रभारी महिला डेस्क के प्रभारी रहेंगे। महिला डेस्क पर पदस्थ महिला अधिकारी संचालक होगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved