नई दिल्ली (New Dehli) । हरियाणा (Haryana) के नूंह (nuh) जिले के गांव सीलखों में गुरुवार की सुबह पुलिस (Police) और बदमाशों (punks) के बीच हुई मुठभेड़ (Encounter) से लोग फिर सहम उठे। यहां करीब एक घंटे तक हुई फायरिंग से लोगों को लगा कि फिर से हिंसा फैल गई है।
हरियाणा के नूंह जिले के गांव सीलखों में गुरुवार सुबह पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ से लोग सहम गए। एक घंटे तक हुई फायरिंग से लोगों को लगा कि फिर हिंसा फैल गई है। इस वजह से लोग कर्फ्यू में ढील मिलने के बावजूद दिनभर घर से बाहर नहीं निकले। मुठभेड़ के बाद पुलिस की गश्त काफी ज्यादा बढ़ गई।
नूंह हिंसा के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने खुफिया एजेंसियों के अलावा गांव स्तर पर फैले अपने मुखबिरों के नेटवर्क को सक्रिय कर लिया है। मुठभेड़ के बाद जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी सूचना मुखबिर से मिली। जब आरोपी पहुंचे तो पुलिस ने पहले ही मोर्चा संभाल लिया था। जाल में फंसने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की तरफ से फायरिंग शुरू होने के बाद पुलिस की तरफ से जवाबी फायरिंग शुरू गई। इसमें एक आरोपी के पैर में गोली लगी।
पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 31 कंपनियां जुटी : 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद से जिले में तनाव का माहौल है। हालांकि, शांति-सौहार्द्र बनाने में पुलिस और अर्ध सैनिक बलों की 31 कंपनी जुटी हुई है। लगातार गश्त कर लोगों से शांति की अपील की जा रही है। जिले में शुक्रवार तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद है। पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वह वायरल हो रहे वीडियो पर ध्यान न दें। अफवाह को नजरअंदाज करें। ऐसे में गुरुवार सुबह सीलखो में पुलिस और उपद्रवियों के बीच मुठभेड़ की चर्चा तेज हो गई। कुछ लोग इसे फर्जी बता रहे हैं तो कुछ का कहना है कि पुलिस ने सही किया। कुछ का कहना है कि सभी को कानून का पालन करना चाहिए। ऐसे में आरोपी पुलिस के पास सरेंडर करे।
एसटीएफ की ली जा रही मदद : नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा में शामिल संदिग्ध लोगों के बारे में बताया जा रहा है कि वे अरावली की पहाड़ियों में छिपे हुए हैं। आरोपियों को पकड़ने के लिए जिला पुलिस एसटीएफ की मदद ले रही है। पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ड्रोन की मदद से आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस इस बाबत लगातार दबिश दे रही है।
अरावली से आठ आरोपी गिरफ्तार
सूत्रों के अनुसार, हिंसा के बाद से अरावली की पहाड़ी में छिपे आरोपियों की तलाश में पुलिस को काफी हदतक कामयाबी मिली है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गुरुवार को आठ ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो पहाड़ी में छिपे थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और अन्य की तलाश में जुटी है।
राजस्थान और यूपी पुलिस को सूची सौंपी
नूंह हिंसा में शामिल आरोपियों की तलाश में जुटी लगातार दबिश दे रही है। पुलिस की आठ टीमें 10 दिनों में 200 से अधिक जगहों पर दबिश दे चुकी है। साथ ही राजस्थान और यूपी की पुलिस से भी मदद ली जा रही है। जानकारी के अनुसार नूंह पुलिस ने यूपी और राजस्थान की पुलिस को आरोपियों सूची दी है।
वीडियो वायरल करने में 11 मुकदमे दर्ज
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार वीडियो वायरल कर हिंसा भड़काने के मामले में पुलिस लगातार मुकदमा दर्ज कर रही है। साइबर थाना में 31 जुलाई से अब तक 11 मुकदमे दर्ज किए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 50 वायरल वीडियो को बरामद कर उसकी जांच कर रही है। इस मामले में 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी अदालत में पेश किए जाएंगे
पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि हिंसा में अब तक 57 मुकदमे दर्ज किए हैं, जबकि पुलिस ने 199 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। बुधवार तक इनकी संख्या 188 तक थी। पुलिस गिरफ्तारी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सभी को शुक्रवार को अदालत में पेशकर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।
सीपीआई-एम का दल पीड़ितों से मिला
नूंह हिंसा के बाद मौके पर जाकर पीड़ितों से मुलाकात करने के लिए सियासी दलों का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार को नूंह पहुंचे सीपीआई (एम) के सांसदों ने पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। सीपीआई (एम) के सांसद वी शिवदासन, ए ए रहीम और पार्टी पूर्व सांसद नीलोत्पल बसु ने नलहड़ मेडिकल कॉलेज के सामने प्रशासन की तरफ से ध्वस्त हुई दुकानों के पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि देश में नफरत फैलाई जा रही है। उनकी पार्टी ऐसी कार्रवाई का विरोध करती है।
गुरुग्राम में उपद्रवियों ने घर पर पत्थर फेंके
गुरुग्राम में असामाजिक तत्वों ने गांव भोड़ाकलां में एक घर पर पत्थरबाजी कर शीशे तोड़ दिए। पांच दिन में तीन बार एक घर को निशाना बनाया गया है। इससे परिवार के लोग सहमे हुए हैं। वे लोग मकान बंद कर अपने रिश्तेदार के यहां चले गए हैं। मकान मालिक असलम ने कहा कि घर पर लगातार हमले होते देख गांव को छोड़ना पड़ा। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित ने बताया कि वह पिछले चार साल से चैनपुरा पट्टी गांव भोड़ाकलां में मकान बना कर रह रहा। वह इलेक्ट्रिशियन का काम करता है। मंगलवार सुबह वह दुकान पर गया हुआ था। करीब 11 बजे के पत्नी का फोन आया कि 10-12 व्यक्तियों ने ईंट व पत्थर मकान पर फेंके हैं। खिड़की के शीशे तोड़ दिए। आरोपी जान से मारने की धमकी देकर गए हैं।
हिंसा के 11 दिन बाद भी बंद पड़ी हैं दुकानें
सोहना शहर के अंबेडकर बाईपास चौक पर दस दिन पहले हुई हिंसा की दहशत से लोग उबर नहीं पा रहे। इसके चलते यहां की करीब 60 दुकानें अभी भी बंद हैं। पुलिस बार-बार नागरिकों को सुरक्षा का आश्वासन दे रहे। इसके बाद भी दुकानें नहीं खोल रहे हैं। 31 जुलाई की शाम चार बजे अंबेडकर बाईपास चौक पर हिंसा हुई थी। दो दिन के लिए वहां की दुकानें बंद करा दी गई थीं, लेकिन 48 घंटे बाद दो अगस्त को अधिकारियों ने स्थानीय दुकानदारों को दुकानें चलाने की अनुमति दे दी थी।
हत्या के आरोपी नेता के खिलाफ जांच जारी
गुरुग्राम में बजरंग दल बादशाहपुर मंडल संयोजक प्रदीप शर्मा की हत्या में नामजद आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जावेद की जांच जारी है। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस आयुक्त कलारामचंद्रन ने गुरुवार को कहा कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा कि सबूत मिलने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा। उधर पुलिस ने 37 मुकदमे दर्ज करते हुए अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिरासत में लिए गए 90 लोगों में से 80 को छोड़ दिया।
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