डेस्क। ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ इमरान हाशमी के करियर की बेहतरीन फिल्मों में से एक है। साल 2010 में रिलीज हुई यह फिल्म एक क्राइम थ्रिलर है। शोएब खान के किरदार में उन्होंने इस फिल्म में दमदार अभिनय किया था। उनका यह किरदार कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से प्रेरित था। इस किरदार को निभाना अभिनेता के लिए भी आसान नहीं रहा था। इसको निभाते वक्त उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। मशहूर निर्देशक और इमरान के चाचा महेश भट्ट ने भी उन्हें यह किरदार निभाने से मना किया था।
हाल में ही एक इंटरव्यू के दौरान इमरान हाशमी ने बताया कि महेश भट्ट ने उन्हें इस तरह का नकारात्मक किरदार निभाने से मना किया था। उन्हें फिल्म की कहानी को लेकर चिंता थी, जिससे उन्हें इमरान के करियर पर गलत प्रभाव पड़ने का डर था। अभिनेता ने बताया कि उन्हें महेश भट्ट ने आगाह करते हुए कहा था कि ग्रे शेड वाले किरदार आखिर तक खुद को बदलने में सक्षम होते हैं, लेकिन यह किरदार लोगों के मन में आपके लिए धारणाओं को बदल देगा। इमरान के शब्दों में भट्ट ने उनसे कहा था, अगर आप यह किरदार करेंगे, तो आपका करियर खत्म हो जाएगा। हालांकि, अभिनेता ने इसके बावजूद यह किरदार निभाया और यह एक यादगार भूमिका बन गई।
इमरान की यह फिल्म रिलीज होने के बाद जबर्दस्त सफल साबित हुई। इसकी सफलता के बाद महेश भट्ट का नजरिया बदला और उन्होंने इसे स्वीकार किया कि वह गलत सोच रहे थे। अभिनेता ने बताया, “जब फिल्म रिलीज हुई, तो यह बड़ी सफल फिल्म साबित हो गई। इसके बाद उन्होंने मुझे फोन कर कहा कि उन्हें खेद है, वह इसे लेकर गलत सोच रहे थे। उन्होंने कहा कि वह फिल्म को बहुत डार्क समझ रहे थे, लेकिन वह एक मनोरंजक फिल्म थी।”
हाल में ही इमरान ने कलाकारों की लगातार होती ट्रोलिंग पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता कि सोशल मीडिया पर उनके लिए कौन क्या कह रहा है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने माना था कि ट्रोलिंग एक वास्तविकता है। उन्होंने ट्रोल करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग ऐसे हैं, जो आलोचना करना पसंद करते हैं। उनके अपने जीवन में शायद कई परेशानियां हैं या कभी-कभी उनके जीवन में कुछ भी बुरा होता है, तो वह सोशल मीडिया पर दूसरों को निशाना बनाते हैं। उनके लिए कलाकार सबसे आसान लक्ष्य होते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved