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    मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज मे बढ़ी रोजगार की दर, 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंची

  • October 01, 2024

    नई दिल्ली। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Program Implementation) ने सोमवार को 2022-23 के लिए उद्योगों के वार्षिक सर्वे (ASI) रिपोर्ट जारी किया। इससे पता चला है कि मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज (Manufacturing Industries) में कर्मचारियों की कुल संख्या 2021-22 में 1.72 करोड़ से 7.5 प्रतिशत बढ़कर 2022-23 में 1.84 करोड़ हो गई। यह पिछले 12 वर्षों में मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज (Manufacturing Industries) में रोजगार में वृद्धि की सबसे अधिक दर है। रोजगार के मामले में यूपी टॉप-5 राज्यों में शामिल है।


    एक खबर के मुताबिक ASI के लेटेस्ट डेटा से पता चलता है कि फूड प्रोडक्ट्स बनाने वाली फैक्ट्रियों ने सबसे अधिक रोजगार दिया। इसके बाद टेक्सटाइल्स, बेसिक मेटल्स, पहनने के परिधान और मोटर वाहन, ट्रेलर और सेमी-ट्रेलर का स्थान रहा। फैक्ट्रियों की कुल संख्या 2021-22 में 2.49 लाख से बढ़कर 2022-23 में 2.53 लाख हो गई।

    कोविड महामारी का प्रभाव “मिट गया है”
    इस साल जुलाई में जारी असंगठित उद्यमों के वार्षिक सर्वे (ASUSE) 2022-23 के अनुसार, 2022-23 में अनौपचारिक क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों की संख्या 2015-16 में 11.13 करोड़ की तुलना में 16.45 लाख या लगभग 1.5 प्रतिशत घटकर 10.96 करोड़ रह गई। एएसआई डेटा रिलीज पर एक प्रेस ब्रीफिंग में नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि यह बताता है कि कोविड महामारी का प्रभाव “मिट गया है” यह डेटा जो दिखा रहा है, वह यह है कि हम अब कोविड के झटके से उबर चुके हैं और यह सेक्टर अब तेजी पर है और यह बहुत स्पष्ट है। ये आंकड़े हमारे लिए भी आश्चर्यजनक हैं।”

    विज्ञापन एएसआई डेटा संगठित विनिर्माण के लिए औद्योगिक सांख्यिकी और डेटा का प्रमुख स्रोत है। यह बिजली का उपयोग करने वाले 10 या अधिक श्रमिकों को रोजगार देने वाले कारखानों और बिजली का उपयोग किए बिना 20 या अधिक श्रमिकों को रोजगार देने वाले कारखानों से संबंधित है।

    महाराष्ट्र, राजस्थान और गोवा राज्यों के लिए परिभाषा में थोड़ा बदलाव किया गया है, जिसमें बिजली के साथ 20 या उससे अधिक श्रमिकों को रोजगार देने वाली फैक्ट्रियों और बिजली के बिना 40 या उससे अधिक श्रमिकों वाली फैक्ट्रियों के लिए डेटा एकत्र किया जाता है। सर्वेक्षण में रजिस्टर्ड बीड़ी और सिगार बनाने वाली कंपनियों को भी शामिल किया गया है।

    कुल उत्पादन में लगभग 58% का योगदान
    मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “इन उद्योगों ने कुल मिलाकर सेक्टर के कुल उत्पादन में लगभग 58% का योगदान दिया और 2021-22 की तुलना में 24.5% की उत्पादन वृद्धि और 2.6% की जीवीए वृद्धि दिखाई।” मंत्रालय ने कहा कि 2022-23 में मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज में लगे व्यक्तियों की अनुमानित संख्या 2018-19 के महामारी-पूर्व स्तर से 22.14 लाख से अधिक है। 2022-23 में औसत पारिश्रमिक में भी सुधार हुआ, पिछले वर्ष की तुलना में 2022-23 में प्रति व्यक्ति औसत पारिश्रमिक में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

    टॉप-5 में उत्तर प्रदेश को भी जगह
    जीवीए के संदर्भ में महाराष्ट्र 2022-23 में पहले स्थान पर रहा, उसके बाद गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश का स्थान रहा। इन शीर्ष पांच राज्यों ने मिलकर 2022-23 में देश के कुल मैन्यूफैक्चरिंग जीवीए में 54 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया। रोजगार के मामले में भी एएसआई 2022-23 में शीर्ष पांच राज्य तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक थे, जिन्होंने 2022-23 में कुल विनिर्माण रोजगार में लगभग 55 प्रतिशत का योगदान दिया।

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