नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र (पीएसयू) की तेल परिष्करण और विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव अपने कर्मचारियों को दिया है। बीपीसीएल देश की तीसरी सबसे बड़ी परिष्करण कंपनी है और दूसरे सबसे बड़े ईंधन रिटेलर है जिसका सरकार निजीकरण कर रही है।
बीपीसीएल द्वारा अपने कर्मचारियों को भेजे गए आंतरिक नोटिस के अनुसार, सभी कर्मचारी जिन्होंने 45 वर्ष की आयु पूरी कर ली है, वे इस योजना के लिए पात्र होंगे।
बीपीसीएल की नोटिस के मुताबिक वीआरएस को किसी ऐसे कर्मचारी या अधिकारी के लिए बाहर निकलने का विकल्प देने के लिए लाया गया है जो निजी प्रबंधन के तहत काम नहीं करना चाहता है। नोटिस में बीपीसीएल ने कर्मचारियों को सक्षम करने के लिए एक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) देने का फैसला किया है, जो विभिन्न व्यक्तिगत कारणों से निगम की सेवा में जारी रखने की स्थिति में नहीं हैं।
भारत पेट्रोलियम स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना – 2020 (बीपीवीआरएस-2020)’ 23 जुलाई को खुली है और 13 अगस्त को समाप्त हो जाएगी।
बीपीसीएल, जहां सरकार अपनी पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है, में लगभग 20,000 कर्मचारी हैं। बीपीसीएल को खरीदने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओएल) 31 जुलाई को होने वाला है। (एजेंसी, हि.स.)
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