इंदौर (Indore)। अधिकारियों-कर्मचारियों के सरकारी आवास पुराने और जर्जर हो गए हैं। उनका रखरखाव करने में पीडब्ल्यूडी को सालभर मशक्कत करना होती है। बारिश के समय पानी टपकने की समस्या को दूर करने के लिए करीब 4000 आवासों में तिरपाल उड़ाने की मशक्कत करना पड़ रही है।
शहर के रेसीडेंसी एरिया, सीआरपी लाइन, एमवाय क्वार्टर , पलासिया व तिलक नगर के साथ आईटीआई और अन्य स्थानों पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सरकारी आवास बने हुए हैं। इन आवासों की मरम्मत व रखरखाव का काम पीडब्ल्यूडी लगातार कर रहा है। वर्षों पुराने भवन होने से इनका रखरखाव करना भी आसान नहीं रहता। 90 फीसदी सरकारी मकानों में बारिश के दौरान सीपेज के चलते यहां रहने वालों के लिए परेशानीभरा समय रहता है।
रिमझिम बारिश में इन सरकारी क्वार्टर में कर्मचारी इसलिए परेशान हैं कि यहां पर पानी टपक रहा है। पीडब्ल्यूडी ने जून के दूसरे सप्ताह में खस्ताहाल मकानों पर तिरपाल ओढ़ाने का काम शुरू कर दिया था। विभाग की मानें तो करीब 500 मकानों पर तिरपाल ढंक दी गई है। शेष मकानों पर डेढ़ सप्ताह में तिरपाल ओढ़ाने का दावा विभाग की ओर से किया जा रहा है, ताकि यहां रहने वाले लोगों को बारिश के पानी से बचाया जा सके।
पुराने भवन, दिक्कत तो रहती है
इंदौर में सरकारी आवास काफी पुराने हैं। इन्हें बारिश के पानी से बचाने के लिए तिरपाल से ढंका जा रहा है। जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा।
मनोज सक्सेना, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग
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