इन्दौर। कोरोना संक्रमण (corona infection) से शहर को जरूर राहत मिल रही है, लेकिन अभी-भी खतरा टला नहीं है, इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी भी पूरी तरह सक्रिय है और लगातार रैंडम सैंपलिंग कर रही है। प्रतिदिन 9 से 10 हजार सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं।
शहर में व्यापार-उद्योग, ऑफिस, मॉल व सभी तरह के बाजार खुल चुके है और लोगों की आवाजाही जारी है। फिर भी शहर में संक्रमित (infection) लोगों की संख्या काफी कम आ रही है। इस समय शहर में लगातार संक्रमण (infection) दर 1 प्रतिशत से कम ही आ रही है। सैंपलिंग अधिकारी डॉ. अब्दुल्ला फारूकी ने बताया कि टीमें नगर निगम के सभी 19 जोन और सभी 32 थाना क्षेत्रों में काम कर रही है। लगातार बाजारों, मॉल, आटो रिक्शा स्टैंड, ट्रैफिक सिग्नल, भीड़ भरे बाजारों, छावनी मंडी, चोइथराम मंडी, ठेले वालों के साथ राजबाड़ा, रानीपुरा के साथ भी बड़े शॉपिंग मॉल में रैंडम सैंपलिंग (_Sampling) की जा रही है। उन्होंने बताया कि हमें 8 हजार से ज्यादा सैंपल लेने का टारगेट मिला है, फिर भी हम प्रतिदिन 9 से 10 हजार सैंपल प्रतिदिन ले रहे है। संक्रमित लोग कम निकलने के कारण कॉन्टेक्ट सैंम्पलिंग कम हो रही है, जो लोग संक्रमित (infection) हो रहे हंै, उनके संपर्क में आए लोगों के हम सैंपल ले रहे है, लेकिन यह संख्या प्रतिदिन 100 से 200 लोगों के मध्य ही है। उन्होंने बताया कि अभी तक इन्दौर में डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण वाला कोई संक्रमित (infection) नहीं मिला है। फिर भी हम लगातार इस ओर विशेष रूप से ध्यान दे रहे है। बुलेटिन के अनुसार कल भी 10287 लोगों के सैंपल लिए गए, जिसमें से सिर्फ 9 मरीज ही पॉजिटिव आए है। वहीं 1 रिपिट पॉजिटिव आया है तो 21 सैंपल खारिज हुए है। 6349 लोगों की आरटीपीसीआर (RTPCR) से जांच की गई है तो 3748 लोगों के रैपिड टेस्ट किए गए है। प्रतिदिन 60 प्रतिशत आरटीपीसीआर (RTPCR) और 40 प्रतिशत रैपिड टेस्ट (Rapid Test) किए जाते है। अब तक इन्दौर जिले में 17 लाख 83 हजार 904 लोगों के सैंपल लिए जा चुके है, जिसमें से 1 लाख 52 हजार 867 लोग पॉजिटिव आए है। शहर में इन दिनों लगातार बाहरी लोग भी आ रहे हैं, इसके कारण भी अब ज्यादा सतर्कता रखने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) द्वारा लगातार सैम्पलिंग के साथ-साथ वैक्सीनेशन का भी काम किया जा रहा है। कई बाजारों में अब वैक्सीन का सर्टिफिकेट दिखाने पर ही प्रवेश दिया जा रहा है। युवाओं में भी वैक्सीनेशन के प्रति काफी उत्सुकता देखी जा रही है और वैक्सीन सेंटरों (Vaccination Centres) पर समय से पहले ही वैक्सीन (Vaccine) खत्म हो रही है।