नई दिल्ली। उत्तराखंड के सुदूर क्षेत्र (Remote areas of Uttarakhand) से हेली रेस्क्यू के जरिए (via heli rescue) आने वाले मरीजों के लिए एम्स ऋषिकेश में बनाया गया हेलीपैड (Helipad built in Rishikesh) आपात स्थिति में वरदान साबित हो रहा है। बुधवार को मौसम का मिजाज बिगड़ गया था। तूफान और बारिश के बीच बदरीनाथ से यात्रियों को लेकर लौट रहे 4 हेलिकॉप्टरों को एक साथ एम्स ऋषिकेश में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इनमें एक हेलिकॉप्टर में उत्तर प्रदेश के मंत्री सवार थे।
मौसम साफ हो जाने के बाद इनमें बैठे यात्रियों ने फिर से सहस्त्रधारा देहरादून के लिए उड़ान भरी। जबकि यूपी के मंत्री सड़क मार्ग से रवाना हुए। एम्स पुलिस चौकी प्रभारी विनेश कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मंत्री बृजेश सिंह भी बदरीनाथ धाम से दर्शन करके लौट रहे थे। यहां से वह सड़क मार्ग के जरिए आगे रवाना हुए। जबकि तीन अन्य हेलीकाप्टरों के यात्री मौसम सामान्य होने के बाद हवाई मार्ग से आगे गए।
बताया जा रहा है कि मंत्री के साथ उनके परिजन भी थे। वहीं, विभाग की ओर से बुधवार शाम को मौसम खराब होने को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। विभाग ने कहा था कि बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। अचानक सवा 3 बजे के आसपास मौसम में बदलाव हो गया। देखते ही देखते तेज हवाओं ने तूफान का रूप ले लिया। जिसके कारण केदारनाथ से आ रहे हेलिकॉप्टरों को अपना रास्ता बदलना पड़ा।
मौसम खराब होने के बाद एक के बाद एक चार हेलिकॉप्टरों ने इमरजेंसी लैंडिंग की। यात्रियों के हाथ-पैर फूले हुए थे। लेकिन सुरक्षित लैंडिंग के बाद सबने राहत की सांस ली। देहरादून के सहस्रधारा हेलीपैड पर मौसम काफी खराब होने की सूचना पायलटों को मिली थी। जिसके बाद इनको एम्स लाया गया।
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