नई दिल्ली । एलन मस्क (Elon Musk) के सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X(Social media platform X) ने ब्राजील में अपने ऑपरेशन्स (operations)को तत्काल प्रभाव से बंद(closed with immediate effect) करने का ऐलान (Announcement)किया है। कंपनी ने यह बड़ा फैसला ब्राजील सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जेंडर डी मोरेस के सेंसरशिप ऑर्डर के बाद लिया है। X का दावा है कि मोरेस कंपनी के एक लीगल रिप्रेजेंटेटिव के ऊपर प्लैटफॉर्म से कुछ कॉन्टेंट को हटाने का दबाव बना रहे थे और ऐसा न करने पर उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे थे।
स्टाफ की सेफ्टी के लिए बंद किया कामकाज
X की ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स टीम ने इस पूरे मामले की जानकारी एक पोस्ट करके दी। इस पोस्ट में ही X ने लिखा कि कंपनी अपने स्टाफ की सेफ्टी के लिए ब्राजील में तत्काल प्रभाव से कामकाज बंद कर रही है। पोस्ट के अनुसार X ने ब्राजील में केवल अपने ऑपरेशन्स को बंद किया है। इसकी सर्विस अभी भी ब्राजील के यूजर्स के लिए उपलब्ध रहेगी।
Last night, Alexandre de Moraes threatened our legal representative in Brazil with arrest if we do not comply with his censorship orders. He did so in a secret order, which we share here to expose his actions.
Despite our numerous appeals to the Supreme Court not being heard,… pic.twitter.com/Pm2ovyydhE
— Global Government Affairs (@GlobalAffairs) August 17, 2024
एलन मस्क ने भी किया X पोस्ट
एलन मस्क ने X पोस्ट करके कहा कि ब्राजील में ऑफिस बंद करने का फैसला काफी कठिन था। मस्क के इस पोस्ट से अंदाजा लगाया जा रहा है कि मोरेस X के ऊपर सीक्रेट सेंसरशिप और प्राइवेट इन्फर्मेशन उपलब्ध कराने का दबाव डाल रहे थे। इस पोस्ट में मस्क ने मोरेस को भी मेंशन किया है।
The decision to close the 𝕏 office in Brazil was difficult, but, if we had agreed to @alexandre’s (illegal) secret censorship and private information handover demands, there was no way we could explain our actions without being ashamed.
— Elon Musk (@elonmusk) August 17, 2024
X की किसी भी अपील पर नहीं हुई सुनवाई
X की मानें तो ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट में कंपनी की किसी भी अपील पर सुनवाई नहीं हुई और ब्राजील के यूजर्स को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। X ने मोरेस के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि ब्राजील के कर्मचारियों के पास प्लैटफॉर्म के कॉन्टेंट को हटाने या ब्लॉक करने का अधिकार नहीं होता, लेकिन इसके बावजूद भी मोरेस ने इन एम्प्लॉयी को लीगल ऐक्शन का डर दिखा कर धमकाने का विकल्प चुना है। इस पूरे मामले में ब्राजील सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जेंडर डी मोरेस की तरफ से अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
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