नई दिल्ली: एलन मस्क (Elon Musk) ने जब से ट्विटर (Twitter) का अधिग्रहण किया है, तब से ही कर्मचारियों के साथ उनका ‘पंगा’ चल रहा है. ट्विटर की कमान संभालने के बाद करीब 75 फीसदी कर्मचारियों को निकाल चुके मस्क, एंप्लॉयीज का बोनस भी डकार गए हैं. ट्विटर का एक परफॉर्मेंस बोनस प्लान (Twitter Performance Bonus) है जिसका भुगतान वार्षिक तौर पर किया जाता है. लेकिन, अब कंपनी ने इसका भुगतान करने से इंकार कर दिया है. कंपनी की इस वादाखिलाफी के विरुद्ध कुछ कर्मचारी कोर्ट पहुंच गए हैं.
अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को के फेडरल कोर्ट में दायर मुकदमे में बताया गया है कि पिछले वर्ष अक्टूबर में कंपनी को एलन मस्क के टेकओवर करने से पहले इसके पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर, नेड सेगल सहित एग्जिक्यूटिव्स ने कहा था कि बोनस का भुगतान किया जाएगा. एंप्लॉयीज का कहना है कि ट्विटर ने मौजूदा वर्ष की पहली तिमाही में टारगेट वाली रकम के 50 प्रतिशत का भुगतान करने के वादे के बावजूद पिछले वर्ष के बोनस देने से मना कर दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर की ‘कैश परफॉरमेंस बोनस प्लान’ का भुगतान सालाना (Annually) आधार पर किया जाता है. कि ट्विटर ने 2023 की पहली तिमाही में कंपनी में कार्यरत रहे कर्मचारियों को कोई भी बोनस देने से इनकार कर दिया है. ऐसा तब किया गया है जब कर्मचारियों ने बोनस के लिए अनिवार्य सभी शर्तों को पूरा किया है. अपना हक लेने को अब कर्मचारियों ने कोर्ट का रुख किया है. कंपनी के मौजूदा और पूर्व एंप्लॉयीज की ओर से यह मुकदमा ट्विटर के कंपनसेशन के सीनियर डायरेक्टर, मार्क शोबिंगर ने दायर किया है. शोबिंगर पिछले महीने के अंत तक ट्विटर की कंपनसेशन में ही थे.
कोर्ट में दायर याचिका के मुताबिक, सोशल मीडिया कंपनी ने अपने बोनस प्लान के लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे पूरे साल फंडेड किया जाता है और सालाना लक्ष्य का कम से कम 50 फीसदी भुगतान किया जाता है. कंपनी के यह बोनस देने से मना करने पर शोबिंगर ने अपने पद से इस्तीफा देकर कानूनी लड़ाई करने का फैसला किया है.
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