नई दिल्ली. Elon Musk ने अमेरिकी वायस प्रेसिडेंट कमला हैरिस (Kamala Harris) का एक डीपफेक वीडियो (Deepfake video) शेयर किया है. मस्क ने ये वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले Twitter) पर शेयर किया है. Elon Musk ने इस वीडियो को शेयर करके खुद ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X की पॉलिसी का उल्लंघन किया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इस फेक वीडियो को सबसे पहले पोस्ट करने वाले अकाउंट ने उस पर Kamala Harris Campaign Ad PARODY का डिस्क्लेमर लगाया था. इस डिस्क्लेमर की वजह से वीडियो X की पॉलिसी का उल्लंघन नहीं करता है, लेकिन मस्क के रिपोस्ट में ये कंटेंट नजर नहीं आता है.
मस्क ने जो पोस्ट किया उसमें सिर्फ ये वीडियो नजर आ रहा है. इस पर मस्क ने लिखा हंसने वाली इमोजी के साथ लिखा है, ‘ये अद्भुत है.’ इस पोस्ट को लेकर मस्क पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन चुनावों में AI की भूमिका पर सवाल जरूर खड़े होते हैं.
This is amazing 😂
pic.twitter.com/KpnBKGUUwn— Elon Musk (@elonmusk) July 26, 2024
चुनाव को कैसे प्रभावित कर सकता है AI का गलत इस्तेमाल?
AI किस तरह से किसी चुनाव को प्रभावित कर सकता है, ये उसका हालिया उदाहरण है. हमें कई मौकों पर खास लोगों के डीपफेक वीडियो देखने को मिले हैं. भले ही इन्हें मजाक और मनोरंजन के लिए तैयार किया जाता हो, लेकिन चुनाव के मौके पर ये वीडियो वोटर्स को भ्रमित कर सकते हैं.
इस तरह के कंटेंट को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को और ज्यादा सख्त होने की जरूरत है. उन्हें गलत जानकारी को फैलने से रोकने के लिए अपनी भूमिका बढ़ानी होगी. X ने अपनी पॉलिसी से साफ किया है कि इस तरह के वीडियो उनके प्लेटफॉर्म पर स्वीकार नहीं हैं, जो लोगों को भ्रमित कर सकते हैं या नुकसान पहुंचा सकते हैं.
Manipulating a voice in an “ad” like this one should be illegal.
I’ll be signing a bill in a matter of weeks to make sure it is. pic.twitter.com/NuqOETkwTI
— Gavin Newsom (@GavinNewsom) July 29, 2024
हालांकि, जब मस्क के शेयर किए गए वीडियो पर लोगों से सवाल उठाया तो उन्हें इसका जवाब दिया. मस्क ने लिखा कि उन्होंने चेक किया है और अमेरिका में पैरोडी की मंजूरी है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved