वॉशिंगटन। ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदने के बाद एलन मस्क ने कंपनी में आधारभूत बदलाव शुरू कर दिए हैं। पहले ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल समेत सभी बड़े अधिकारियों का निलंबन और फिर पूरे निदेशक बोर्ड को हटाने के बाद अब मस्क कंपनी की वर्कफोर्स यानी कर्मचारियों की संख्या भी घटा सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो एलन मस्क ट्विटर से 3700 कर्मचारियों को निकालने की योजना बना चुके हैं।
मौजूदा समय में ट्विटर में करीब 7500 हजार कर्मचारी हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क शुक्रवार तक कंपनी से हटाए गए कर्मचारियों को इसकी सूचना दे सकते हैं। इसके अलावा मस्क सोशल मीडिया कंपनी के कर्मचारियों को दी गई ‘कहीं से भी काम करने की सहूलियत’ यानी वर्क फ्रॉम एनीवेयर को भी खत्म कर सकते हैं। इसके बाद ट्विटर कर्मियों के पास ऑफिस जाकर ही काम करने का विकल्प बचेगा। हालांकि, कर्मचारियों को कुछ छूट मुहैया कराई जा सकती हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी रिपोर्ट आई थी कि मस्क एक नवंबर तक कंपनी के कई कर्मियों को निकाल सकते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में तो यहां तक दावा किया गया है कि मस्क ट्विटर के 75 फीसदी कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं। हालांकि, टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के मालिक मस्क ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया था।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में अकेले निदेशक हैं मस्क
मस्क ने ट्विटर की कमान संभालते ही ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पराग अग्रवाल समेत कई शीर्ष अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नेड सीगल को भी बर्खास्त किया गया था। अब मस्क अकेले ही ‘बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स’ की जिम्मेदारी संभालेंगे। बता दें कि पराग अग्रवाल, नेड सेगल, विजया गाड्डे समेत ट्विटर के शीर्ष अधिकारी एलन मस्क के लंबे समय से निशाने पर थे। इनके व मस्क के बीच ट्विटर के अधिग्रहण के पहले से तनातनी व जुबानी जंग जारी थी। यही कारण रहा कि मस्क ने इस सोशल मीडिया साइट का अधिग्रहण करते ही सबसे पहले इनकी छुट्टी की।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved