- मेंटेनेंस एवं लाईन पर काम करने वालों को 40 सेट दिए
उज्जैन। विद्युत मंडल का कार्य इमरजेंसी का होता है और फिल्ड के कर्मचारियों को वायरलेस सुविधा दी गई है जिससे उनका संपर्क तत्काल हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि मालवा के दूसरे सबसे बड़े शहर और संभागीय मुख्यालय उज्जैन की बिजली वितरण व्यवस्था का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर द्वारा बिजली लाइनों, ट्रांसफार्मरों, ग्रिडों की क्षमता बढ़ाने, आरडीएसएस के तहत भी अधोसंरचनात्मक विकास कार्य किए जा रहे है, वहीं व्यवस्थाओं को भी हाईटेक किया जा रहा हैं। बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री जयंतसिंह ठाकुर ने बताया कि अभी तक उज्जैन शहर के दोनों पूर्व एवं पश्चिम शहर संभागों अंतर्गत आकस्मिक स्थिति एवं आंधी-तूफान के दौरान विद्युत लाइनों के ब्रेकडाउन होने पर वर्तमान व्यवस्था के तहत सूचना विभाग के स्काडा कंट्रोल रूम को मिलती है, जिसके उपरांत स्काडा कंट्रोल रूम से संबंधित उच्च दाब उपसंभाग, जोन कार्यालय को ब्रेकडाउन की सूचना प्रेषित की जाती है। संबंधित फीडर इंचार्ज द्वारा आवश्यक कार्य करने हेतु विद्युत उपकेंद्र से विधिवत परमिट जारी कराया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में कई बार फोन व्यस्त रहने और नहीं लगने से कार्य में विलंब होता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर द्वारा उज्जैन शहर को वायरलेस की सुविधा प्रदान की गई हैं। इस सुविधा के अंतर्गत शहर के दोनो संभागों के 2 उच्च दाब उपसंभाग एवम सभी 9 जोन कार्यालयों के सभी वाहन एवं अधिकारियों, 21 विद्युत उपकेंद्र पर वायरलैस सेट उपलब्ध कराए गए हैं। इस दौरान कंपनी के निदेशक (तकनीकि) सचिन तालेवर, मुख्य अभियंता बीएल चौहान, अधीक्षण अभियंता प्रेमसिंह चौहान, कार्यपालन यंत्री सतीश कुमरावत, अमरेश सेठ और अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। Share:
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