भोपाल। मध्य प्रदेश के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। 1 अप्रैल से बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे। बिजली महंगी होने के आसार खत्म हो गए हैं। दाम बढ़ाने के लिए 7 दिन पहले नोटिफिकेशन जारी करना होता है। एक अप्रैल में अब दो दिन ही बाकी हैं। इसलिए फिलहाल बिजली के दाम बढ़ते नहीं दिख रहे हैं। मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से बिजली महंगी होगी फिलहाल इसकी संभावना लगभग खत्म हो गई है। इस वजह से उपभोक्ताओं को फिलहाल फौरी तौर पर बड़ी राहत मिल गई है। मध्यप्रदेश में बिजली कंपनियों की ओर से विद्युत नियामक आयोग में दायर की गई याचिकाओं पर हाल ही में सुनवाई पूरी हुई है। इस सुनवाई के दौरान प्रदेश भर के तमाम सामाजिक संगठनों और औद्योगिक संगठनों की ओर से 100 से ज्यादा आपत्तियां लगाई गई हैं। लेकिन अब तक इन आपत्तियों का निराकरण नहीं किया गया है और ना ही विद्युत नियामक आयोग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
ये है नियम
नियमों के मुताबिक बिजली दर बढ़ाने की तारीख से करीब 7 दिन पहले विद्युत नियामक आयोग को नोटिफिकेशन जारी करना होता है जो अब तक नहीं किया गया है। यानि साफ है कि 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश में बिजली के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे। आपत्तिकर्ता और बिजली के जानकार डॉ राजेंद्र अग्रवाल का कहना है बिजली कंपनियों ने 1 अप्रैल से नई बिजली दरें लागू करने की तैयारी नवंबर 2021 से ही शुरू कर दी थी। उसके बाद 7 फरवरी को बिजली कंपनियों की ओर से विद्युत नियामक आयोग में याचिका दायर की गईं। इसमें कहा गया कि बिजली कंपनियों को अगले वित्तीय वर्ष में तकरीबन 39 सौ करोड़ रुपये का घाटा लगेगा। इसलिए बिजली की दरों में तकरीबन 8 से 10 फीसदी का इजाफा करने की जरूरत है।
प्रदेश भर में सुनवाई
इन याचिकाओं के खिलाफ 8 से लेकर 10 मार्च तक प्रदेश भर में सुनवाई हुई जिसमें अलग-अलग संगठनों की ओर से आपत्तियां दर्ज की गई हैं। लेकिन बिजली कंपनियों ने अब तक इन आपत्तियों का कोई जवाब नहीं दिया है। इन हालातों को देख स्पष्ट है कि फिलहाल मध्यप्रदेश में बिजली की दरें नहीं बढ़ेंगी। अब देखना यह होगा कि मध्यप्रदेश के उपभोक्ताओं को और कितने दिन बिजली महंगी न होने से राहत मिलेगी।
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