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    मप्र में पहली बार पाइल फाउंडेशन पर बने टावर्स से हुई विद्युत आपूर्ति

  • July 14, 2022

    – पावर ट्रांसमिशन कंपनी का नवाचार

    भोपाल। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (Madhya Pradesh Power Transmission Company) ने प्रदेश में पहली बार (first time) अपने ट्रांसमिशन नेटवर्क (transmission network) के विस्तार में पाइल फाउंडेशन (pile foundation) पर अति उच्च दाब टावरों का निर्माण किया है। लगभग 31 करोड़ रुपये की लागत से कंपनी ने 132 केवी बुधनी मोहासा (बावई) डीसीडीएस (डबल सर्किट डबल स्ट्रिंगिंग) लाइन के 2.5 किलोमीटर लंबाई के बीच में चार टाॅवरों के निर्माण में तकनीक का सफलतापूर्वक उपयोग किया है।


    जनसम्पर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने बुधवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि यह टाॅवर मोहासा ग्राम के पास से गुजरने वाली तवा नदी में निर्मित किए गए हैं। कुल 32.9 किलोमीटर की यह लाइन गत दिवस ऊर्जीकृत की गई।

    अति उच्च दाब लाइनों को नदी क्रास कराना होती है बड़ी चुनौती

    उन्होंने बताया कि कंपनी के सामने पूर्व में भी नदी, तालाब, नाले आदि क्रास कराकर अति उच्च दाब लाइनों का निर्माण हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। प्रायः नदी के दोनों छोर पर लंबे स्पान के साथ इनका निर्माण किया जाता था। इससे निर्माण के साथ रख-रखाव में भी दिक्कत आती थी। इस नई तकनीक को अपनाने से अब नदी के अंदर ही पाइल फाउंडेशन बनाकर इन टाॅवर्स का निर्माण किया गया है

    जलमग्न क्षेत्रों की कठिन भौगोलिक परिस्थिति में है काफी सहायक
    कंपनी के योजना एवं रूपांकन संकाय के मुख्य अभियंता इंजीनियर संजय कुलश्रेष्ठ ने बताया कि कंपनी द्वारा पहली बार उपयोग लाई जा रही यह तकनीक ट्रांसमिशन लाइन निर्माण के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इसके लिए कंपनी ने विशेष डिजाइन के फाउंडेशन तैयार करवाये हैं। यह तकनीक जलमग्न और असमान भौगोलिक परिस्थिति वाले क्षेत्र में निर्माण कार्य को काफी लचीलापन प्रदान करते हैं, जिससे लाइनों के निर्माण में आवश्यकतानुसार परिवर्तन और बाद में रख-रखाव में आसानी रहती है।

    क्यूआर कोड के लिए बिजली कार्मिकों को परिसर में प्रवेश करने दें उपभोक्ता
    मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपने परिसर में स्थापित मीटर पर क्यूआर कोड लगाने के लिए बिजली कंपनी के कार्मिकों को प्रवेश करने दें।

    कंपनी ने आग्रह किया है कि ऐसे उपभोक्ता, जिनके मीटर परिसर के अंदर स्थापित हैं, बिजली कंपनी के अधिकृत कार्मिक अथवा आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कार्मिकों को मीटर में क्यूआर कोड लगाने के लिए अपने परिसर में प्रवेश करने दें। उपभोक्ता कार्मिकों से परिचय-पत्र देखने की माँग कर सकते हैं। कंपनी ने अपील की है कि उपभोक्ता अपने परिसर में स्थापित मीटरों में मोबाइल नंबर एवं क्यूआर कोड लगाने के लिए बिजली कंपनी के कार्मिकों को आवश्यक सहयोग प्रदान करें। (एजेंसी, हि.स.)

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