इंदौर (Indore)। मालवा-निमाड़ में घरों, कार्यालयों, परिसरों, छतों पर सोलर पैनल्स लगाकर बिजली बनाने वालों की संख्या अब बढक़र 8900 हो गई है। सोलर नेट मीटर से जुड़ी इकाइयों की विद्युत उत्पादन क्षमता अब 115 मैगावॉट के करीब हो गई है।
मालवा-निमाड़ में सूरज की रोशनी से प्रतिमाह इस ग्रीन एनर्जी कार्य से उपभोक्ता जुड़ते जा रहें हैं। अब इंदौर शहर के मध्य एवं सीमावर्ती क्षेत्र में करीब 5500 एवं मालवा-निमाड़ क्षेत्र में कुल 8900 स्थानों पर पैनल्स लगाई गई है। कुल पैनल्स की संख्या करीब दो लाख है। इन स्थानों पर स्थापित पैनल्स की कुल विद्युत उत्पादन अधिकतम क्षमता 115 मैगावॉट के उपर है। 61 मेगावॉट क्षमता की पैनल्स निम्न दाब उपभोक्ताओं ने अपने यहां स्थापित की है, वहीं 54 मेगावॉट से ज्यादा की क्षमता की पैनल्स उच्चदाब उपभोक्ताओं के परिसरों पर स्थापित है।
प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि सौर ऊर्जा की ओर बिजली कंपनी के मौजूदा उपभोक्ताओं की रूचि कार्बन उत्सर्जन में कमी और हरित ऊर्जा की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण है। तोमर ने बताया कि समय समय पर सोलर नेट मीटर योजना में शासन की ओर से सब्सिडी मिलती है। उन्होंने बताया कि इस रूचि से जहां मौजूदा बिजली उपभोक्ताओं के बिल में कमी आ रही है, वहीं भविष्य के लिए हरित ऊर्जा की ओर भी व्यापक समर्पण देखने को मिल रहा हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी क्षेत्र के सभी 15 जिलों के कार्यपालन यंत्रियों को इस तरह के प्रकरण अत्यंत कम समय में अनुमोदित करने के आदेश दिए प्रभावी हैं। बादल, बारिश में भी उत्पादन सौर ऊर्जा संयंत्र बारिश, बादल होने पर भी बिजली जनरेशन करते हैं। इंदौर के स्कीम नं 14 की बिजली उपभोक्ता रीना यादव बताती हैं कि वर्षाकाल में भी उत्पादन जारी है। शनिवार, रविवार को 8-8 यूनिट बिजली जनरेशन हुआ, जबकि दोनों दिन बारिश, बादल थे।
इन क्षेत्रों के परिसरों में सबसे ज्यादा रुचि
इंदौर शहर एवं आसपास 5500
उज्जैन जिला 1120
रतलाम जिला 375
खरगोन जिला 299
नीमच जिला 215
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