इंदौर। एक तरफ चुनावी खैरात के चलते मुफ्त बिजली दी जा रही है, दूसरी तरफ ईमानदार उपभोक्ताओं को लगातार बिजली महंगी मिल रही है। जबकि उत्पादन भी पिछले कुछ वर्षों की तुलना में दो गुना से अधिक बढ़ गया है। अभी बिजली के बिलों में 1.78 प्रतिशत की वृद्धि भी कल से लागू की गई है, जो कि ईधन और बिजली खरीदी खर्च समायोजन के नाम पर है, जिसका कुछ वर्ष पूर्व प्रावधान किया गया, जिसके फलस्वरूप कम बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को अधिक फर्क नहीं पड़ेगा, मगर जिनका बिजली का बिल 4 हजार रुपए या उससे अधिक आता है उन्हें 25 रुपए से अधिक अगले महीने से चुकाना पड़ेंगे।
इंदौर की बिजली कम्पनी ने अब तक 2 लाख से अधिक घरों में स्मार्ट मीटर भी लगा दिए हैं, ताकि बिजली की चोरी के साथ-साथ पारेषण क्षति यानी लाइन लॉसेस भी कम हो सके। बिजली कम्पनी का यह भी दाव रहता है कि स्मार्ट मीटर में कहीं कोई छेड़छाड़ या गड़बड़ी भी नहीं होती और अगर ऐसा कोई छेड़छाड़ करता है तो बिजली कम्पनी के कंट्रोल रूम को इसकी सूचना मिल जाती है। हालांकि अधिकांश उपभोक्ताओं के बिजली के बिल स्मार्ट मीटर लगने के बाद बढ़ गए हैं, क्योंकि यह जीरो बल्ब की खपत को भी नोट कर लेता है। लगभग साढ़े 4 लाख उपभोक्ता तो शहर में ही मौजूद है। वहीं शासन के निर्देशों के मुताबिक गृह ज्योति योजना के तहत 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली का लाभ दिया जा रहा है।
इंदौर शहर में 10 किलोवॉट से अधिक की श्रेणी वाले 20 हजार से अधिक बड़े उपभोक्ता हैं, जिनके यहां शत-प्रतिशत स्मार्ट मीटर लगा दिए हैं। जबकि अन्य घरेलू उपभोक्ताओं के यहां भी स्मार्ट मीटर का काम लगातार जारी है। इंदौर की कम्पनी के कार्य क्षेत्र में 15 जिले आते हैं, जिसमें इंदौर के अलावा उज्जैन, रतलाम, देवास, खरगोन भी शामिल है। इन सभी जिलों में भी स्मार्ट मीटर लगातार लगाए जा रहे हैं। वहीं पिछले दिनों नियामक आयोग में लगाई बिजली कम्पनियों की याचिकाओं के बाद साढ़े 3 से 4 फीसदी बिजली की दरों में वृद्धि की गई थी। वहीं अब थोड़ी और वृद्धि ईधन और बिजली खरीदी समायोजन शुल्क के नाम पर की गई है।
24 सितम्बर से लेकर 23 अक्टूबर के बीच जो बिजली का बिल आएगा उसमें यह 1.78 प्रतिशत शुल्क बढ़ा हुआ रहेगा। 200 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले सामान्य उपभोक्ताओं को 18 से 20 रुपए प्रतिमाह का अधिक शुल्क देना पड़ेगा, तो 500 यूनिट और उससे अधिक बिजली खर्च करने वालों पर 30 रुपए या उससे अधिक का भार आएगा। दूसरी तरफ अभी बारिश के चलते लगातार बिजली गुल रहने की भी शहर में शिकायतें हैं। कई क्षेत्रों में कल भी बिजली गायब रही। दूसरी तरफ बिजली कम्पनी लगातार अपने राजस्व में बढ़ोतरी के चलते सख्ती से वसूली भी कर रही है।
अभी शहरभर में गणेशोत्सव का आयोजन भी हो रहा है, जिसके लिए बिजली कम्पनी लगातार आयोजकों से अनुरोध करती रही कि अस्थायी कनेक्शन लेकर बिजली का उपयोग करें। आने वाले समय में नवरात्रि, दशहरे-दीपावली जैसे बड़े त्योहार रहेंगे, उस पर भी बिजली आपूर्ति लगातार बहाल रहे। उसके बंदोबस्त किए जा रहे हैं। अभी बारिश के कारण हालांकि सिंचाई के लिए बिजली की मांग में कमी आई है और इससे वितरण कम्पनियों को बड़ी राहत मिली है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों, जहां पर कटौती के साथ बिजली दी जा रही थी। वहां पर अभी फिलहाल अगले कुछ दिनों तक सिंचाई के लिए बिजली की अधिक आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
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