उज्जैन। शहर सहित प्रदेश में सुनसान और दूरदराज इलाकों में विद्युत सबस्टेशनों में उपकरणों के लिए अति संवेदनशील तांबे की पट्टी और कुछ अन्य सामान चोरी होने की घटनाएँ बढ़ गई है। बड़े ट्रांसफार्मर और उपकरणों के लिए यह बेहद संवेदनशील और अत्याधिक महत्वपूर्ण रहते हैं। लगातार हो रही चोरी से परेशान कंपनी मुख्यालय ने सभी पावर सब स्टेशनों पर हाई क्वालिटी के एचडी सीसीटीवी कैमरा लगाने की तैयारी कर ली है। यह कैमरे दिन और रात दोनों समय अच्छी क्वालिटी से पिक्चर को रिकॉर्ड करेंगे।
विद्युत लाइनों की ड्रोन से पेट्रोलिंग निगरानी के बाद अब एक कदम आगे बढ़ते हुए ट्रांसमिशन कंपनी सब स्टेशनों की सुरक्षा के लिए तीसरी आँख यानी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखेगी। कंपनी ने प्रदेश के सभी 416 विद्युत सब स्टेशन की गतिविधियों पर नजर रखने की तैयारी कर ली है। इसके लिए लगभग आठ करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से हाई परफार्मेंस एचडी कैमरे लगने प्रारंभ हो गए हैं। प्रथम चरण में करीब 250 सब स्टेशनों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। कंपनी के इस निर्णय से सब स्टेशनों की गश्ती व सुरक्षा में मानव श्रम की बचत के साथ डबल लेयर सुरक्षा प्रणाली विकसित हो सकेगी। पावर ट्रांसफार्मर तांबे की न्यूट्रल पट्टी निकालने पर 5 से 6 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ संबंधित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को ज्यादा समय तक बिजली व्यवस्था बाधित रहती थी। सब स्टेशनों में चोरी के बाद सीसीटीवी कैमरा फुटेज की माँग अनेक बार पुलिस प्रशासन भी करता है जिसको देखते हुए भौतिक और मानव निरीक्षण के साथ इन कैमरों की भी आवश्यकता समझ में आई। कैमरे लगवाने से जहाँ मानव श्रम कम लगेगा, वहीं सुरक्षा भी पुख्ता होगी। सब स्टेशनों में अलग-अलग संख्या और जरूरत के मान से कैमरे लगाए जाएँगे। 132 केवी सब स्टेशन के स्टोर, मुख्य द्वार, कंट्रोल रूम और यार्ड में कैमरे लगाए जाएँगे। वहीं 220 और 400 केवीए के सब स्टेशन में कैमरों की संख्या इससे अधिक होगी। यह कैमरे केंद्रीय कंट्रोल सेंटर, सब स्टेशन, डिवीजन आफिस, सर्किल आफिस और मुख्यालय में कैमरे लगाए जाएँगे। सब स्टेशन प्रभारी अपने मोबाइल फोन पर भी लाइव देख सकेंगे। सब स्टेशनों में चोरी के कारण विद्युत उपभोक्ताओं को विद्युत सप्लाई प्रभावित न हो इसलिए मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम का उपयोग कर सब स्टेशनों की सुरक्षा और मजबूत कर रही है। इस दोहरी सुरक्षा प्रणाली से उपकरणों के महत्वपूर्ण पार्ट चोरी होने की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा, जिससे उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित भी की जा सकेगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved