इंदौर। इंदौर से आज पहली बार भोपाल के लिए इलेक्ट्रिक बस(Electric bus) की शुरुआत हुई। सरवटे से सुबह 7 बजे पहली इलेक्ट्रिक बस यात्रियों को लेकर भोपाल (Bhopal)के लिए रवाना हुई। इसे एलो बस नाम दिया गया है। कंपनी अभी रोजाना इंदौर (Indore)से दो और भोपाल से दो फेरों का संचालन करेगी। आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ाकर 20-20 कर दी जाएगी।
45 सीटर प्रदूषणमुक्त (pollution free)यह बस सुबह 7 बजे 35 से ज्यादा यात्रियों को लेकर भोपाल रवाना हुई। भोपाल से यह दोपहर में इंदौर आने के बाद शाम 5 बजे दोबारा भोपाल जाएगी। कंपनी के स्टेट हेड (सेल्स) धवल सोलंकी ने बताया कि ये बसें पूरी तरह इलेक्ट्रिक हैं और एक बार चार्ज होने पर बिना बीच में चार्ज किए भोपाल पहुंचेंगी। वहां से एक बार चार्ज के बाद इंदौर आएंगी। एक बस की कीमत 2 करोड़ रुपए से ज्यादा है। बसों में एसी के साथ ही आरामदायक सीटें(comfortable seats) भी दी गई हैं, जिनमें काफी स्पेस भी रखा गया है। कंपनी ने शुरुआत में किराया 224 रुपए रखा है। बाद में इसे बढ़ाया जाएगा।
15 दिनों में रोजाना चलेंगी 20 बसें
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि अभी दो बसों से शुरुआत की गई है। अगले 10 से 15 दिनों में कंपनी के पास 10 और बसें आ जाएंगी। इसके बाद इंदौर से सुबह से रात के बीच 20 फेरे और भोपाल से भी 20 फेरे इंदौर के लिए चलाए जाएंगे। इससे यात्रियों को काफी सुविधा मिल सकेगी। जल्द ही इसकी बुकिंग सरवटे के काउंटर(sarvate bus counter) से भी शुरू की जाएगी। बसों की चार्जिंग व्यवस्था एआईसीटीएसएल (ICTSL)द्वारा राजीव गांधी सर्कल (Rajiv Gandhi circle)स्थित बस डिपो पर की गई है।
निजी बस संचालकों ने किया विरोध
एक ओर जहां पहली बार इंदौर से इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत हुई, वहीं अन्य निजी बस संचालक इसे लेकर प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं। प्राइम रूट बस ऑनर्स (prime rout bus ownors)एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि प्रशासन द्वारा भोपाल के लिए चलने वाली सभी निजी बसों को तीन इमली से चलाया जा रहा है। बसों को सरवटे पर आने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन इन बसों को सरवटे से चलने की छूट दी गई है, जो भेदभाव है।
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