इंदौर। बची हुई पंचायतों के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू की गई है, वहीं राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि पंचायतों के निर्वाचन में पंच पद के लिए मतपत्रों पर मोहर लगेगी, तो सरपंच और जनपद पंचायत सदस्यों के निर्वाचन ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से कराए जाएंगे, वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों के लिए निर्वाचक और सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी है, जो मतदाता सूची को अंतिम रूप देने से लेकर आगामी विधानसभा चुनाव से संबंधित तैयारियों को पूरा करेंगे।
महू, सांवेर देपालपुर सहित उन पंचायतों में निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही है, जिनका चुनाव पिछले दिनों नहीं हो पाया था, क्योंकि इनका कार्यकाल शेष रह गया था, जो अब पूरा हो रहा है। लिहाजा राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा है कि मतदाताओं और उम्मीदवारों को मतदान की प्रक्रिया, दी जाने वाली सुविधाएं, नाम निर्देशन प्रस्तुत करने और मतदान की तिथियों की जानकारी ग्राम पंचायतों में मुनादी करवाकर दी जाए, साथ ही पंच पद के चुनाव मोहर लगाकर, तो सरपंच और जनपद पंचायत सदस्यों के चुनाव मशीनों के माध्यम से कराए जाएंगे, वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले की सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों के लिए निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण और उनके सहायकों की नियुक्ति भी कर दी है।
देपालपुर के लिए रवि वर्मा, इंदौर-1 के लिए डिप्टी कलेक्टर राजेन्द्र कुमार सिंह, विधानसभा-2 के लिए एसडीओ कनाडिय़ा शाश्वत शर्मा, विधानसभा-3 के लिए जूनी इंदौर एसडीएम अंशुल खरे, विधानसभा-4 के लिए एसडीएम सराफा अक्षयसिंह मरकाम, विधानसभा-5 के लिए भिचौली हप्सी एसडीएम और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा, महू के लिए अक्षत जैन, राऊ के लिए संयुक्त कलेक्टर विजय मंडलोई और सांवेर के लिए एसडीएम रवीश श्रीवास्तव की नियुक्ति की गई और इनके साथ तहसीलदार, नायब तहसीलदार को सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बनाया गया है। दूसरी तरफ जिला निर्वाचन कार्यालय के सहायक ग्रेड-3 धर्मेन्द्र त्रिपाठी को विभागीय जांच के संबंध में 29 दिसम्बर को कलेक्टर कार्यालय में विभागीय जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने का अंतिम अवसर दिया गया है। निर्धारित तिथि पर उपस्थित नहीं होने पर त्रिपाठी के विरूद्ध एक पक्षीय कार्रवाई की जायेगी। इस कर्मचारी के विरूद्ध विभागीय जांच संस्थित है।
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