नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के बयानों को संज्ञान में लेते हुए दोनों ही दलों के नेताओं को अपने बयानों में संयम बरतने का निर्देश दिया है। आयोग ने अपने आदेश में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कहा कि वे अपनी पार्टी की तरफ से एक औपचारिक नोट जारी करें। आयोग ने कहा कि दोनों ही दल अपने स्टार प्रचारकों को यह निर्देश दें कि कि वे अपने भाषण में सावधानी और मर्यादा बरतें।
दरअसल चुनाव आयोग ने जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को आड़े हाथ लिया है। आयोग ने भाजपा और उसके स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में धार्मिक और सांप्रदायिक भाषणों से परहेज करने का निर्देश दिया है और समाज को विभाजित करने वाले भाषण बंद करने को कहा है।
बीजेपी के साथ ही आयोग ने कांग्रेस को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि स्टार प्रचारक ऐसे बयान न दें जिनसे गलत धारणा पैदा होती है, जैसे कि भारत के संविधान को खत्म किया जा सकता है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने अग्निवीर को लेकर भी आदेश दिया है। आयोग ने कांग्रेस के नेताओं और निर्देश दिया कि वे रक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करें। रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में विभाजनकारी बयान न दें।
बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी पर टिप्पणी को लेकर भाजपा के अभिजीत गंगोपाध्याय को नोटिस जारी किया था।चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एवं भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ उनकी “अनुचित, अविवेकपूर्ण और अशोभनीय” टिप्पणी को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मौजूदा लोकसभा चुनाव में गंगोपाध्याय चौथे नेता हैं, जिन्हें महिलाओं के खिलाफ कथित अशोभनीय टिप्पणी के लिए नोटिस भेजा गया है।
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