लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा के चुनावों (Uttar Pradesh Legislative Assembly elections) को लेकर भारत निर्वाचन आयोग की गतिविधियां (Activities of Election Commission of India) तेज हो गई हैं। इसी क्रम में उप्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने शुक्रवार को प्रदेश के मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ बैठक की।
बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा राजनैतिक दलों को जानकारी दी गई कि 2022 के विधान सभा चुनाव में कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदेय स्थलों का सम्भाजन अधिकतम 1200 मतदाताओं के आधार पर कराने के निर्देश दिये गये हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी राजनैतिक दलों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने दल के जनपद स्तरीय पदाधिकारियों को मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बन्ध में चुनाव आयोग द्वारा जारी निर्देशों एवं सम्भाजन और मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी की गई समय सारणी के सम्बन्ध में सूचित कर दें। आयोग ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से मतदेय स्थलों के सम्भाजन प्रक्रिया के दौरान सहयोग की अपेक्षा की है।
श्री शुक्ला ने राजनैतिक दलों को यह भी अवगत कराया कि निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के सम्बन्ध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन पहली नवम्बर को तथा अन्तिम प्रकाशन पांच जनवरी 2022 को होना है।
बैठक में राजनैतिक दलों से दल के बूथ लेवल एजेण्टों की नियुक्ति का भी अनुरोध किया गया, ताकि वे बीएलओ के साथ समन्वय स्थापित कर स्वच्छ मतदाता सूची बनाने में सहयोग प्रदान करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा राजनैतिक दलों को यह भी जानकारी दी गई कि वर्तमान में निर्वाचक नामावली के सतत पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी है। उक्त कार्यक्रम के दौरान राजनैतिक दलों से सहयोग की अपेक्षा की गई, ताकि सभी अर्ह मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में सम्मिलित हो सकें।
आयोग ने आज की बैठक में रिट याचिका सं0-536 ऑफ 2011 एवं 784 ऑफ 2015 तथा रिट याचिका सं0-536 ऑफ 2011 के सम्बन्ध में दायर कन्टेम्प्ट पिटीशन (सी) नं0-2192 ऑफ 2018 में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों एवं भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के क्रम में राजनैतिक दलों द्वारा की जाने वाली कार्यवाहियों के सम्बन्ध में अवगत कराया गया और उन्हें सभी प्रारूपों के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सर्विस मतदाताओं के पुनरीक्षण के सम्बन्ध में भी कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार सर्विस मतदाताओं हेतु भी आलेख्य प्रकाशन पहली नवम्बर को एवं अन्तिम प्रकाशन पांच जनवरी को होगा।
इस दौरान राजनैतिक दलों को यह भी जानकारी दी गई कि आगामी विधान सभा चुनाव के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नवीनतम निर्देश मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उप्र की वेबसाइट सीईओउत्तरप्रदेश डाट एनआईसी डाट इन पर उपलब्ध है। राजनैतिक दलों से निर्वाचन सम्बन्धी समस्त गतिविधियों के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखने का अनुरोध किया गया। (एजेंसी, हि.स.)
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