नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), गोवा (Goa), उत्तराखंड (Uttarakhand) और मणिपुर (Manipur) के मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (Bharatiya Janata Party (BJP)) के शीर्ष नेतृत्व और विकास के मॉडल पर एक बार फिर भरोसा जताया है। वहीं पंजाब (Punjab) में कांग्रेस (Congress) को हराकर आम आदमी पार्टी (आप) (Aam Aadmi Party (AAP)) ने बाजी मारी है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने ताजा रुझानों में 270 का आंकड़ा पार कर लिया है। उत्तराखंड में भी भाजपा ने 47 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। गोवा में भाजपा ने 20 सीटें जीती हैं। मणिपुर में भी वह कुल 60 सीटों में से 32 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। आप ने पंजाब में 92 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की है।
आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है। हालांकि उसकी सीटों में पिछली बार के मुकाबले कमी आई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अब तक 403 में से 251 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर ली है और 3 सीटों पर आगे चल रही है। उनके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने 12 सीटें जीत ली हैं और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल ने छह सीटें जीत ली हैं।
वहीं मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने 105 सीटें जीत ली हैं और 7 सीटों पर आगे चल रही है। उनके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने 8 और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 6 सीटें जीत ली हैं। जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें गई हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में लगातार दूसरी बार पद पर बने रहने वाले पहले भाजपा के मुख्यमंत्री हैं। योगी 37 साल में पहले ऐसे मुख्यमंत्री भी हैं जो लगातार दूसरी बार जीते हैं और अपना पद बरकरार रखा है। नोएडा से भाजपा के पंकज सिंह ने रिकॉर्ड 01 लाख 79 हजार से भी अधिक मतों से जीत हासिल की है। वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा छोड़कर सपा में गये स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी सीट हार गये हैं।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा रसूख रखे वाले कई चेहरों को इस बार हार नसीब हुई है। इसमें पहला नाम प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का आता है। सिराथू से चुनाव लड़ते हुए सपा की पल्लवी पटेल ने उन्हें शिकस्त दी है। वहीं सरदना से भाजपा के संगीत सोम और कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुशीनगर स्थित तमकुहीराज सीट से चुनाव हार गए।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर सदर से चुनावी मैदान में ताल ठोकने वाले आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद की जमानत जब्त हो गई। राष्ट्रीय लोकदल के नेता अवतार सिंह भड़ाना भी अपना चुनाव हार गए। जबकि जौनपुर की मल्हनी सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भी हार नसीब हुई।
पंजाब में आम आदमी पार्टी बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। पार्टी ने राज्य में 117 में से 92 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस महज 18 सीटें ही हासिल कर पाई है। इसके अलावा अकाली दल को तीन, भारतीय जनता पार्टी को दो, बहुजन समाज पार्टी को एक और एक सीट निर्दलीय को मिली है।
पंजाब में चुनाव लड़ रहे सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है। निवर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों से चुनाव हार गए हैं। इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रकाश सिंह बादल अपनी सीट बचाने में विफल रहे। कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी अपनी सीट नहीं बचा पाये। सूबे में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने संगरूर की धूरी सीट से जीत दर्ज की।
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा में भाजपा ने सारे मिथक तोड़ एक बार फिर इतिहास रचने का काम किया है। प्रदेश के 70 विधानसभा सीटों में से 47 सीटों पर शानदार जीत के साथ भाजपा ने भगवा परचम लहराकर सत्ता में वापसी की है। वहीं कांग्रेस को इस बार 19 सीटों पर संतोष करना पड़ा। बहुजन और निर्दलीय ने कुल 4 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि भाजपा के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लालकुआं सीट से हार का मुंह देखना पड़ा। धामी की इस हार के साथ उत्तराखंड में मुख्यमंत्रियों की हार का सिलसिला भी बरकरार रहा। पहले भुवन चंद्र खंडूरी, फिर हरीश रावत और अब पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री रहते हुए अपनी विधानसभा सीट को नहीं बचा पाए हैं।
गोवा में भारतीय जनता पार्टी बहुमत से एक सीट पीछे है। उसने 40 सदस्यीय विधानसभा में 20 सीटें हासिल की हैं। इसके अलावा महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को 2 सीटें और निर्दलीय को 3 सीटें मिली हैं। इनके साथ पार्टी राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है। गोवा में कांग्रेस को 11 सीटें, आम आदमी पार्टी को दो सीटें, गोवा फॉरवर्ड पार्टी को 01 सीट और रिवॉल्यूशनरी गोअन पार्टी को 1 सीट हासिल हुई है।
मणिपुर की 60 विधानसभा सीटों में से 32 पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस को यहां पांच सीटें, जनता दल यूनाइटेड को छह सीटें, नेशनल पीपुल्स पार्टी को सात सीटें, नागा पीपल्स फ्रंट को पांच सीटें, कूकी पीपल्स अलायंस को दो सीटें और तीन सीटें निर्दलीय के खाते में गई हैं। यहां मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने हिंगांग सीट से जीत दर्ज की है। (एजेंसी, हि.स.)
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