कोलकाता। त्रेता युग में सागर तट पर मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में जहां स्वर्ग से उतरी गंगा के पावन स्पर्श से राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को मोक्ष मिला था, उसी स्थान पर मकर संक्रांति के पुण्य स्नान के लिए शुभ मुहूर्त गुरुवार सुबह शुरू हो जाएगा, जहां डुबकी लगाने के लिए देशभर से लाख पुण्यार्थी पहुंच गए हैं। यहां हर साल देश के सभी हिस्सों के अलावा नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से लाखों तीर्थयात्री पुण्य स्नान के लिए आते हैं। दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम तक यहां करीब आठ लाख पुण्यार्थियों पहुंच चुके हैं। हालांकि हर साल कम से कम 30 से 35 लाख श्रद्धालु स्नान करते हैं लेकिन इस बार कोविड-19 संकट की वजह से यह संख्या काफी कम है।
14 जनवरी की सुबह 6 बज कर 6 मिनट से अगले दिन यानि 15 जनवरी की सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक पुण्य स्नान के लिए शुभ मुहूर्त है। यह जानकारी कपिलमुनि आश्रम के महंत ज्ञान दास ने दी। इस दिन कई तीर्थयात्रिओं के साथ कई नेता, मंत्रियों के भी गंगासागर में डुबकी लगाने की संभावना है। वहीं पुरी के शंकराचाय निश्चलानंद सरस्वती महाराज सुबह 7 बजे गंगासागर में शाही स्नान करेंगे।
कोर्ट के फैसले का स्वागत, सरकार तैयार : सुब्रत मुखर्जी
बुधवार को गंगासागर मेला को सशर्त अनुमति मिलने के कोर्ट के फैसले के बाद मेला प्रांगण में संवाददाता सम्मलेन कर राज्य के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि राज्य सरकार कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है। कोर्ट के फैसले के बाद मकर संक्रांति पर गंगासागर में तीर्थयात्रियों की भीड़ बढ़ सकती है। इस सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। चाहे जितने भी लोग पुण्य स्नान के लिए यहां पहुंचे, नियमों को मानते हुए सबका स्वागत किया किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के पहले दिन यानि 13 जनवरी को लगभग 5.8 लाख लोग गंगासागर मेला पहुंचे। उनके द्वारा दिए गए आंकड़े के अनुसार 13 जनवरी तक गंगासागर पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7.8 लाख थी। वहीं उन्होंने पहले बताया था कि 25 दिसम्बर से 12 जनवरी के बीच गंगासागर पहुंचने वाले लोगों की संख्या दो लाख थी। दूसरी और उन्होंने बताया कि अब तक 28.3 लाख लोगों ने ई-दर्शन किये व 1.05 लाख लोगों ने ई-स्नान किया।
570 लोगों का हुआ कोरोना परिक्षण
बुधवार को गंगासागर के लिए आने वाले पुण्यार्थियो में से 570 का कोरोना परिक्षण किया गया। 10 परिक्षण केन्द्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए, जिनमें से एक भी तीर्थयात्री कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया।