झांसी: उत्तर प्रदेश में झांसी की अदालत ने किशोरी के साथ गैंगरेप और लूटपाट के एक मामले की सुनवाई करते हुए आठ आरोपियों को दोषी करार देते हुए उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई है. यह वारदात 11 अक्टूबर 2020 का है. उस समय किशोर ट्यूशन पढ़ने जा रही थी. रास्ते में से ही आरोपियों ने उसके अगवा कर लिया था. आरोप है कि गैंगरेप के दौरान लड़की का वीडियो भी बनाया गया और फिर इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर तीन हजार रुपये की रंगदारी भी मांग ली.
विशेष लोक अभियोजक विजय सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को बताया कि 11 अक्टूबर 2020 को एक किशोरी ट्यूशन पढ़ने जा रही थी. तभी रास्ते में स्थानीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के निकट कुछ लड़कों ने उनका अपहरण कर लिया. इसके बाद लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म करते हुए घटना का वीडियो बना लिया. उन्होंने बताया कि आरोपियों ने वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए उससे तीन हजार रुपये की ऑनलाइन रंगदारी भी वसूल की.
कुशवाहा ने बताया कि इस संबंध में सीपरी बाजार थाने में भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण कानून (पोक्सो) की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. उन्होंने बताया कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नितेंद्र कुमार की अदालत ने सोमवार को आठ आरोपियों भरत कुमार, रोहित, संजय कुशवाहा, धर्मेंद्र सेन, मोनू, शैलेंद्र, मयंक और विपिन तिवारी को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
जेल में थे आरोपी
लड़की के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसी समय आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद पुलिस ने न्यूनतम समय में चार्जशीट पेश कर अदालत से फास्ट्र ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई का आग्रह किया. इसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए अब सभी आरोपियों को दोषी करार दिया है.
आरोपियों को थी रियायत की उम्मीद
सभी आरोपियों को इस मामले में पहले ही सजा होने का अंदाजा हो गया था. बावजूद उन्हें उम्मीद थी कि कोर्ट से उन्हें थोड़ी रियायत मिल सकती है. इसके अदालत में अंतिम सुनवाई के वक्त अभियुक्तों के वकील ने कोर्ट से आग्रह भी किया. लेकिन कोर्ट ने मामले को जघन्य करार देते हुए किसी भी तरह की रियायत देने से मना कर दिया. उधर, फैसला आते ही इनके परिजनों में उदासी छा गई. कई परिजन तो अदालत में गश खाकर गिर पड़े थे.
न्याय के लिए पीड़िता के पिता ने लगाई पूरी ताकत
अदालत के फैसले के बाद पीड़िता के पिता ने संतोष जताया. कहा कि उन्होंने न्याय के लिए सिर पर कफन बांध लिया था. कहा कि भले ही उन्हें इस लड़ाई में जीत मिल गई है, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है. उनकी इस आशंका को देखते हुए पुलिस ने उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई है.
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