कीव। 16 दिन बाद भी यूक्रेन जंग में जीत नहीं होने से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुस्से में हैं। उन्होंने यह गुस्सा अपने ही आठ कमांडरों को बर्खास्त कर उतारा। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका पर फिर आरोप लगाया कि वह यूक्रेन में जैविक हथियार बनाने का कार्यक्रम चला रहा है।
यूक्रेन की सुरक्षा परिषद का कहना है कि रूस के बर्खास्त कमांडर पूर्वी और दक्षिणी मोर्चे पर तैनात थे। परिषद के प्रमुख ओलेक्सी दालिनोव ने कहा कि रूस को उम्मीद थी कि वह जंग के शुरुआती दो-तीन दिनों में ही यूक्रेन फतह कर लेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसी कारण उसने एक बार फिर यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों पर हमले शुरू कर दिए हैं।
चमगादड़ों से फैलाना चाहता है वायरस
अमेरिका में रूस के राजदूत वेजली नेबेनजाया ने दावा किया कि अमेरिका की मदद से यूक्रेन में 30 जैविक हथियार कार्यक्रम चल रहे हैं। वह चमगादड़ों और अन्य पक्षियों के माध्यम से रूस में बीमारियों के वायरस फैलाना चाहता है।
बुलाई सुरक्षा परिषद की बैठक, अमेरिका ने रूस पर लगाया आरोप
रूस ने जैविक हथियारों के मुद्दे पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। उधर, अमेरिका ने इस बात से साफ इनकार किया है और चेताया है कि रूस चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर हमला कर सकता है। इसकी आड़ में वह यूक्रेन पर रासायनिक हथियारों से धावा बोल सकता है।
रूस को भी उठाना पड़ रहा भारी नुकसान
यूक्रेन जंग शनिवार को 17 वें दिन में प्रवेश कर गई। इस में रूस को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है। रूस भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है। शुक्रवार को खारकीव के पास हुए युद्ध में रूसी मेजर जनरल आंद्रे कोलेसनिकोव खेत रहे। पूर्व में रूसी मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव और मेजर जनरल आंद्रे सुखोवेस्ती भी मारे जा चुके हैं।
25 लाख ने किया पलायन
शनिवार को रूसी सैनिक यूक्रेन के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रहे हैं। रूसी सेना तेजी से कीव की तरफ बढ़ रही है। स्कूल और अस्पतालों को निशाना बनाया जा रहा है। कई शहरों में लोग बमबारी के बाद मलबे में दब गए हैं। जंग के बीच भारी संख्या में लोग वहां से पलायन कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि अब तक यूक्रेन से करीब 25 लाख लोग पलायन कर चुके हैं।
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