काहिरा । रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध (War) की वजह से दुनिया (World) में गेहूं (Wheat) के सबसे बड़े आयतकों में से एक मिस्त्र (Egypt) के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। अब मिस्त्र के सप्लाई मिनिस्टर (Egyptian Supply Minister) अली मोसेल्ही (Ali Moselhi) ने एक बयान में कहा है कि उनकी सरकार भारत ( India) से पांच लाख टन गेहूं खरीदेगी।
गौरतलब है कि दुनियाभर में रूस और यूक्रेन की गिनती गेहूं के सबसे बड़े निर्यातक देश में होती है। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक मिस्त्र के सप्लाई मिनिस्टर मोसेल्ही ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कहा कि हम भारत से पांच लाख टन गेहूं खरीदने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं खरीद को लेकर मिस्त्र के साथ हुए समझौते पर भारत सरकार का निर्यात बैन का फैसला लागू नहीं होगा। मोसेल्ही ने यह भी कहा कि मिस्त्र, कजाखस्तान, फ्रांस और अर्जेंटीना के साथ भी बातचीत कर रहा था।
उधर भारत में मोदी सरकार ने मंगलवार को गेहूं के निर्यात पर लगे बैन में कुछ ढील देने की घोषणा की है। इसमें कहा गया है कि जहां कहीं भी गेहूं की खेप को जांच के लिए सीमा शुल्क विभाग को सौंप दिया गया है और 13 मई को या उससे पहले उनके सिस्टम में उन खेपों को पंजीकृत कर लिया गया है, उन्हें निर्यात के लिए अनुमति दी जाएगी।
बता दें कि गर्मी और लू की वजह से गेहूं उत्पादन प्रभावित होने की चिंताओं के बीच भारत ने अपने प्रमुख खाद्यान्न की कीमतों में आई भारी तेजी पर अंकुश लगाने के मकसद से गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। पिछले एक वर्ष में गेहूं और उसके आटे की खुदरा कीमतों में 14-20 प्रतिशत की वृद्धि होने के बाद खुदरा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
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