भोपाल। मानसून आए 100 दिन भी बीत गए। इसके बावजूद बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को राजधानी में सुबह से देर रात तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। भोपाल में ऐसा पहली बार ही हुआ जब 2 सीजन के बराबर की बारिश एक ही सीजन में हो गई। इस बार की बारिश ने पिछले सभी रिकॉर्ड भी तोड़ दिए। मौसम विशेषज्ञ पीके साहा ने बताया कि तमिलनाडु के उत्तरी हिस्से से पश्चिमी मप्र होती हुई राजस्थान के उत्तरी हिस्से तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। प्रदेश के उत्तरी हिस्से में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर हो रहा है। हरियाणा के दक्षिणी हिस्से में ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। ट्रफ लाइन के कारण नमी भी आ रही है। इसका असर होने से भोपाल में गरज-चमक वाले बादल यानी सीबी क्लाउड बन गए थे। इस वजह से बारिश हुई।
बड़े तालाब का जलस्तर 1666.80 फीट तक पहुंचा
मानसून की सक्रियता एक बार फिर बढ़ गई है। भोपाल एवं आसपास के क्षेत्रों में रुक-रुककर वर्षा का दौर जारी है। सोमवार सुबह से सीहोर में हो रही तेज बरसात की वजह से शाम तक कोलांस नदी क्षमता से दो फीट ऊपर बह रही थी। इसका पानी बड़े तालाब में पहुंचा तो तालाब का जलस्तर फुल टैंक लेवल तक पहुंच गया। इसके बाद भदभदा के दो और कलियासोत डैम के तीन गेट खोलने पड़े। नगर निगम के एई अजय सिंह सोलंकी ने बताया कि रात 10:30 बजे बड़े तालाब का जलस्तर 1666.80 फीट तक पहुंच गया था। इसके बाद भदभदा का एक गेट खोला गया। लेकिन फिर भी पानी का दबाव बढ़ता जा रहा था। जिसकी वजह से रात 11:50 बजे भदभदा डेम का दूसरा गेट भी खोला गया। भदभदा से छोड़ा गया पानी कलियासोत डैम पर पहुंचा तो इसके भी तीन गेट खोलने पड़े। बताया जा रहा है कि यदि सीहोर व भोपाल के आसपास क्षेत्रों में और बरसात होती है तो भदभदा और कलियासोत डैम के और गेट खोलने पड़ सकते हैं।
सीजन में 14 वीं बार खुले भदभदा का गेट
एई सोलंकी ने बताया कि यह चौथा मौका है, जब अक्टूबर महीने में भदभदा डैम के गेट खोले गए हैं। इससे पहले वर्ष 2003 और 2019 में भदभदा डैम के गेट खोले गए थे। वही 3 दिन पहले 7 अक्टूबर को तीसरी बार और 10 अक्टूबर 2022 को चौथी बार अक्टूबर महीने में भदभदा के गेट खोले गए हैं। वहीं वर्ष 2022 में भदभदा के गेट 14वीं बार खुले हैं।
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