जबलपुर। भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत इज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2022 कार्यकम जारी किया है। जिसमें कोई शहरी नागरिकों के जीवन यापन के लिए कितना अनुकूल है, इसका आंकलन किया जाता है। शहर में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का स्तर एवं उन्हे प्राप्त करने की सुगमता के लिए नागरिकों से प्रतिक्रियायें प्राप्त करने हेतु ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2022 सर्वे प्रारंभ हो चुका है। जबलपुर स्मार्ट सिटी में ट्यूलिप प्रोग्राम के तहत नियुक्त किये गये इन्टर्नस् के माध्यम से जबलपुर के बड़े कॉलेजों से यह सर्वे प्रारंभ शुरु किया गया है। शहर में पेयजल, बिजली, यातायात व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सेवाएं कैसी है, इनके बारे में नागरिक अपनी राय ऑनलाइन दे सकते है। इसके लिये श्रीमति निधि सिंह राजपूत, सीईओ स्मार्ट सिटी जबलपुर द्वारा शहर के नागरिकों से अपील की है कि वह इस सर्वे में अपनी प्रतिक्रियायें दें।
उन्होंने कहा कि ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2022 सर्वे में 17 बिन्दुओं पर नागरिकों से अपनी प्रतिक्रियायें/फीडबैक देना है। स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती निधि सिंह राजपूत नेबताया कि सर्वे में पूछे जाने वाले प्रश्न है . हेल्थ केयर सेवायें कितनी सस्ती और सुलभ है, शिक्षा सुविधायें कितनी सुलभ और कितनी सस्ती है, आप किराये के मकान में रहते है या घर के मालिक है, शहर में रोजगार के अवसर ढूंढना कितान आसान है। आप अपने शहर में कितना सुरक्षित महसूस करते है, आपके शहर में यात्रा करना कितना आसान है, आपके शहर में चलना कितना आसान है, इसके अलावा वायु प्रदूषण, पेयजल की स्थिति, बिजली, मनोरंजन सहित जीवन शैली से संबंधित प्रश्न शामिल है। यह सर्वे 23 दिसम्बर तक चलेगा। सर्वे हेतु ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर या दिये गये क्यूआर कोड को मोबाइल से स्केन कर नागरिक अपनी प्रतिक्रिया दे सकते है।
शहरों की रैंकिंग निर्धारित की जायेगी
स्मार्ट सिटी के चेयरमेन एवं कलेक्टर जिला जबलपुर सौरभ सुमन, कार्यकारी निदेशक एवं आयुक्त नगर निगम आशीष वशिष्ठ एवं सीईओ श्रीमति निधि सिंह राजपूत द्वारा जबलपुर के नागरिकों से अधिक से अधिक फीडबैक देने के लिए अपील की है, जिससे अपने जबलपुर को इज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2022 में अच्छी रैंकिंग प्राप्त हो सके।
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