जयपुर । राजस्थान में (In Rajasthan) जल जीवन मिशन में हुए घोटाले को लेकर (Regarding Jal Jeevan Mission Scam) प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर (More than A Dozen Locations) छापेमारी की (Raided) । शुक्रवार को ईडी ने राजस्थान के जयपुर अलवर सहित अन्य जिलों में 15-20 जगह छापे मारे है। बताया जा रहा है कि ईडी की जांच की आंच विभागीय मंत्री डॉ. महेश जोशी और उनसे जुड़े एक मीडिया संस्थान तक पहुंच रही है। जल्द ही उन पर भी कार्रवाई हो सकती है।
स्मरण रहे कि राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता डॉ. किरोड़ीलाल ने पिछले दिनों ईडी को कुछ दस्तावेज सौंपते हुए करीब 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था। इसके बाद विभाग ने शाहपुरा – कोटपूतली की कुछ ठेकेदार फर्मों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें ब्लैकलिस्ट भी किया था। एफआईआर दर्ज कराने को लेकर मीणा ने अशोक नगर थाने के बाहर धरना भी दिया था।
आपको बता दें कि हाल ही में एसीबी ने कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों को पकड़ा था। उनके ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि मंत्रालय और पीएचईडी से जुड़े कुछ अधिकारियों पर भी आज ईडी बड़ा एक्शन ले सकती है। प्रवर्तन निदेशालय ने जयपुर में वैशाली नगर में प्रॉपर्टी डीलर के यहां भी छापा मारा है।
इधऱ, सांसद किरोड़ी लाल मीणा की शिकायत के बाद ईडी ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर टेंडर हांसिल करने वाली मैसर्स गणपति ट्यूबवेल कंपनी और मैसर्स श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी के मालिक पदम जैन के ठिकानों पर कार्रवाई कर कई फाइलें जब्त की थीं।
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। बताया जा रहा है कि राजस्थान में 50 से ज्यादा अफसर ईडी के रडार पर हैं। इनमें जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अरुण श्रीवास्तव, एसई रमेश मीणा और एक्सईएन विशाल सक्सेना समेत कई अफसर और इंजीनियर शामिल हैं। इस कार्रवाई से पीएचईडी के अधिकारियों में मचा हड़कंप मचा हुआ है।
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