नई दिल्ली । रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) से मनी लॉन्ड्रिंग केस में (In Money Laundering case) ईडी पूछताछ कर रही है (ED is Questioning) । हरियाणा के शिकोहपुर लैंड डील से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा से मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में यह पूछताछ पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत दर्ज मामले में की जा रही है।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा जब भी मैं लोगों की आवाज बुलंद करूंगा, ये लोग मुझे दबाएंगे और एजेंसियों का दुरुपयोग करेंगे…मैं हमेशा सभी सवालों के जवाब देता हूं और देता रहूंगा।”हमने ईडी से कहा कि हम अपने दस्तावेज़ों को व्यवस्थित कर रहे हैं, मैं हमेशा यहाँ आने के लिए तैयार हूँ… मुझे उम्मीद है कि आज कोई निष्कर्ष निकलेगा। मामले में कुछ भी नहीं है… जब मैं देश के पक्ष में बोलता हूँ, तो मुझे रोका जाता है, राहुल को संसद में बोलने से रोका जाता है। भाजपा ऐसा कर रही है। यह एक राजनीतिक प्रतिशोध है।
लोग मुझे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि मैं राजनीति में शामिल हो जाऊँ… जब मैं राजनीति में शामिल होने की इच्छा व्यक्त करता हूँ, तो वे मुझे नीचे गिराने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए पुराने मुद्दे उठाते हैं… मामले में कुछ भी नहीं है। पिछले 20 वर्षों में मुझे 15 बार बुलाया गया और हर बार 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। 23000 दस्तावेज़ों को व्यवस्थित करना आसान नहीं है।”
ईडी के अनुसार, वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ का प्लॉट 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा था. वाड्रा की कंपनी ने इसके बाद, इस जमीन को रियल एस्टेट दिग्गज डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया. इससे हुई इनकम से मनी लॉन्ड्रिंग का शक है. केंद्रीय एजेंसी इस अप्रत्याशित प्रोफिट के पीछे की जांच कर रही है ।
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