इंदौर (Indore)। इन्कम टैक्स, नगर निगम, रजिस्ट्रार व आम जनता को पुरानी गाइड लाइन देखने के लिए अब रजिस्ट्रार कार्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे। सन् 2000 से लेकर 2015 तक की सभी गाइड लाइन को ऑनलाइन कर दिया गया है। अब घर बैठे न केवल अपनी संपत्ति की कीमत का आकलन किया जा सकेगा, बल्कि संपत्तिकर भरने में भी आसानी होगी।
इन्कम टैक्स, डायवर्शन, वसूली, सरकारी विभागों द्वारा लगाए जाने वाले टैक्स, नगर निगम द्वारा वसूले जाने वाले संपत्तिकर के निर्धारण के लिए पुरानी गाइड लाइन देखने रजिस्ट्रार कार्यालय नहीं जाना होगा। 15 साल की पुरानी गाइड लाइन को जिला प्रशासन की ऑफिशियल साइट पर ऑनलाइन कर दिया गया है। मुख्य रजिस्ट्रार दीपक शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय से लोगों की मांग थी कि पुरानी गाइड लाइन देखने के लिए इसे ऑनलाइन किया जाना चाहिए, ताकि रजिस्ट्रार कार्यालय के चक्कर न काटना पड़ें और आसानी से आवेदक खुद की जमीन की वैल्यू का निर्धारण कर सके। आम जनता की सुविधा को देखते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय ने ई-गवर्नेंस की साइट पर इसे अपलोड कर दिया है। कलेक्टर कार्यालय की साइट पर मोर ऑप्शन के माध्यम से इसे डाउनलोड किया जा सकता है।
ये काम हो जाएंगे आसान
गाइड लाइन को ऑनलाइन अपलोड करने का फायदा यह रहेगा कि टैक्स निर्धारण में परेशानी कम आएगी, क्योंकि सबसे बड़ी समस्या पुरानी गाइड लाइन से टैक्स का निर्धारण करने में होती थी। साथ ही गाइड लाइन का मूल्य जानने के लिए सर्विस प्रोवाइडरों या वकीलों की सहायता लेना पड़ती थी। अब व्यक्ति खुद ऑनलाइन गाइड लाइन से संपत्ति का मूल्यांकन देख सकता है। नगर निगम की कई योजनाओं में भी गाइड लाइन के मूल्य को आंका जाता था, जिससे भी ऑनलाइन अपलोड करने से राहत मिलेगी।
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