इंदौर। केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इंदौर की नई पूर्वी रिंग रोड (नया बासपास) के निर्माण के टेंडर जरूर बुला लिए हैं, लेकिन उन्हें फाइनल करने की प्रक्रिया लोकसभा चुनाव के बाद ही हो सकेगी। लगभग 72 किलोमीटर लंबे नए पूर्वी बायपास को तीन हिस्सों में बांटकर निर्माण के टेंडर बुलाए गए हैं।
नए बायपास के निर्माण की लागत 2200 करोड़ रुपए आंकी गई है। काम के लिए 800-800 करोड़ रुपए के दो और 600 करोड़ रुपए का एक पैकेज बनाकर टेंडर फरवरी में बुलाए गए थे। अथॉरिटी उन्हें फाइनल कर पाती, उससे पहले ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। इस वजह से मंत्रालय नए बायपास के टेंडर फाइनल नहीं कर सकता। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उम्मीद है कि जून अंत तक तीनों पैकेजों में काम करने का सर्वश्रेष्ठ आफर देने वाली कंपनी को सडक़ निर्माण का ठेका सौंप दिया जाएगा। हालांकि, सडक़ का काम तभी शुरू हो पाएगा, जब सडक़ के लिए जरूरी 640 हेक्टेयर जमीन में से 80 प्रतिशत जमीन मंत्रालय को नहीं मिल जाती।
पश्चिमी रिंग रोड के टेंडर हो चुके हैं फाइनल
सडक़ परिवहन मंत्रालय नए पश्चिमी रिंग रोड बनाने के टेंडर फाइनल कर चुका है। 34 किमी लंबा एक पैकेज 996 करोड़ और 30 किमी लंबे हिस्से का काम 884 करोड़ रुपए में एमकेसी कंपनी को सौंपा गया है। हालांकि, इसका काम भी जमीन मिलने के बाद ही शुरू हो सकेगा।
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