नई दिल्ली: तूफान की चेतावनी (storm warning) के बीच कच्छ में भूकंप (Kutch earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल (richter scale) पर इस भूकंप की तीव्रता 3.5 रही. गुजरात के कच्छ (Kutch of Gujarat) में बुधवार शाम 5:05 बजे यह भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र बिंदु बचाव से 5 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में रहा. इससे पहले शाम 4:15 बजे करीब जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इस भूकंप के झटके की तीव्रता 3.4 रही थी.
बताते चलें कि इससे पहले मंगलवार दोपहर में भी देश की राजधानी दिल्ली में भूंकप के तेज झटके आए थे. भारत, पाकिस्तान और चीन में मंगलवार को यह झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का असर भारत के दिल्ली-एनसीआर, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ समेत कई शहरों में रहा था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई थी. मंगलवार को ये भूकंप 1 बजकर 33 मिनट पर आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा में था. इसकी गहराई जमीन से 6 किलोमीटर अंदर थी. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.4 थी.
इस वक्त गुजरात के लिए भूकंप के साथ ही साइक्लोन बिपरजॉय भी चिंता का विषय है. साइक्लोन बिपरजॉय अब विकराल होकर गुजरात के करीब पहुंच रहा है. मौसम विभाग की मानें तो राज्य में साइक्लोन का लैंडफाल कल (गुरुवार), 15 जून को होना है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 17 NDRF की टीमों को तैनात किया गया है. इसमें कच्छ में 4, द्वारका और राजकोट में 3-3, जामनगर में 2 और पोरबंदर में 1 टीम को तैनात किया गया है. बता दें कि चक्रवात बिपरजॉय आज गुजरात के पोरबंदर और द्वारका के समद्र तट से गुजर सकता है.
बिपरजॉय के चलते गुजरात से लेकर महाराष्ट्र तक अलर्ट जारी कर दिया गया है. बिपरजॉय तेजी से गुजरात की तरफ बढ़ रहा है. इस तूफान से निपटने के लिए द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, नवसारी समेत कई जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. अब तक हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है, ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, कई इलाकों में धारा 144 भी लगा दी गई है.
राजस्थान में बिपरजॉय के असर से बारिश मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान के उदयपुर और जोधपुर संभाग में 15 जून को बारिश चक्रवात के असर से गरज के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. 16 जून को उदयपुर और जोधपुर संभाग के कई इलाकों में भारी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. इस दौरान, दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
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