नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर सहित (Including Delhi-NCR) उत्तर भारत के बड़े इलाके में (In Large Area of North India) रिक्टर स्केल पर 6.2 की तीव्रता का (Magnitude 6.2 on Richter Scale) भूकंप (Earthquake) आया । यह भूकंप दोपहर को ठीक 2 बजकर 51 मिनट पर आया था । दिल्ली-एनसीआर के अलावा भूकंप के झटके हरियाणा, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान के भी बड़े इलाके में महसूस किए गए। इस भूकंप का केंद्र नेपाल था और इसकी गहराई धरती से 5 किलोमीटर नीचे थी।भूकंप के ये झटके करीब एक मिनट तक महसूस किए गए और इमारतें हिलती रहीं। नेशनल सेंटर फॉर सेसमोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 आंकी गई है, जो काफी ज्यादा है। आमतौर पर रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 से अधिक रहती है तो उसे खतरनाक माना जाता है।
भूकंप का केंद्र नेपाल होने की वजह से यूपी के तराई वाले इलाकों में भी इसकी तीव्रता बहुत ज्यादा महसूस हुई है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, श्रावस्ती, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ और गाजियाबाद समेत तमाम शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम जैसे एनसीआर के शहरों में लोग खौफजदा हो गए। ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग भूकंप महसूस होते ही नीचे उतरने लगे और खाली स्थानों में जुट गए। जानकारों का कहना है कि नेपाल में भूकंप की तीव्रता 6.2 थी और संभव है कि दिल्ली-एनसीआर तक इसका असर थोड़ा कम रहा हो।
नेशनल सेंटर फॉर सेसमेलॉजी के हेड जेएल गौतम ने कहा, ‘भूकंप का केंद्र पश्चिम नेपाल रहा है, जो उत्तराखंड के जोशीमठ से 200 किलोमीटर की दूरी पर था। इसके चलते पूरे उत्तर भारत में तेज झटके महसूस किए गए हैं। यह बहुत तेज था। हम फिलहाल इसकी डिटेल्स को समझ रहे हैं।’ ऊंची इमारतों वाले इलाकों में यह भूकंप काफी तीव्रता के साथ महसूस किया गया। एक के बाद एक झटके महसूस किए गए। दिल्ली-एनसीआर में लोग इमारतों से नीचे उतर आए और बाहर भीड़ नजर आई। घरों में लगे पंखे, फर्नीचर तेजी से हिलने लगे और लोगों में खौफ पैदा हो गया। फिलहाल यह जानकारी जुटाई जा रही है कि इस भूकंप का कहां कितना असर रहा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved