वैलिंगटन (Wellington)। न्यूजीलैंड (New zealand) में भूकंप (Earthquqake) आने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में भारतीय समयानुसार आज सुबह 6 बजकर 11 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस (earthquake tremors felt) किये गए हैं. ये भूकंप न्यूजीलैंड के केर्माडेक द्वीप समूह (Kermadec Islands) पर 7.3 की तीव्रता (magnitude of 7.3) से आया था. भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे 10 किमी की गहराई में था. भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी (Tsunami warning issued) की गई है. इससे पहले मार्च के महीने में भी न्यूजीलैंड में भूकंप के झटके महसूस किये गए थे।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप से करीब 900 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में केर्माडेक द्वीप के पास 49 किलोमीटर की गहराई पर आया. प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, भूकंप से हवाई और प्रशांत क्षेत्र को कोई खतरा नहीं है।
न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय आपात प्रबंधन एजेंसी ने एक बयान में बताया कि वह यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि भूकंप फिर न्यूजीलैंड को प्रभावित कर सकता है या नहीं। लोगों को तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, न्यूयॉर्क के कुछ हिस्सों में रविवार दोपहर को भी 3.6 तीव्रता के मामूली भूकंप के कुछ झटके महसूस किए गए थे। जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
फिलहाल अभी तक वहां पर भूकंप की वजह से होने वाले नुकसान को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है. वहीं इस भूकंप के आने के बाद अमेरिकी सुनामी वार्निंग सिस्टम का कहना है कि 7.3 की तीव्रता का भूकंप आने के बाद इलाके में सुनामी आने का खतरा मंडरा रहा है।
वहीं पैसेफिक सुनामी वार्निंग सेंटर का कहना है कि इतने बड़े भूकंप के झटके लगने के बावजूद प्रशांत क्षेत्र में सुनामी का कोई खतरा नहीं है. हवाई, वेस्ट कोस्ट, ब्रिटिश कोलंबिया या अलास्का में भू सुनामी का किसी तरह का कोई खतरा नहीं दिख रहा है.
बता दें कि इससे पहले बीते 16 मार्च को भूकंप के झटके महसूस किये गए थे. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 थी. यह भूकंप भी न्यूजीलैंड के केर्माडेक द्वीप पर आया था. बता दें कि पृथ्वी के अंदर कुल 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती है. जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं तो जमीन हिलने लगती है. इसे ही भूकंप कहा जाता है. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है. जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं. रिक्टर मैग्नीट्यूड 1 से 9 तक होती है. 1 सबसे कम होती है. जबकि भूकंप की तीव्रता 9 होना यानी कि बेहद भयावह मंजर होता है।
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