उज्जैन। संपत्ति कर में नगर निगम ने पहले ही महीने अप्रैल में मात्र 28 दिन में दो करोड़ रुपए से अधिक की कमाई कर ली है, इसके पीछे कारण यह बताया गया कि कर्मचारियों को लगातार इस अभियान में साल भर लगाया गया है। मार्च महीने में वित्तीय वर्ष खत्म हुआ और ऐसा माना जा रहा था कि अप्रैल महीने में संपत्ति कर काम आएगा लेकिन 28 दिन के संपत्ति कर के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो अभी तक 2 करोड़ 40 लाख संपत्ति कर के रूप में नगर निगम के पास जमा हो चुके हैं और अभी इस महीने के 2 दिन और बाकी है।
संपत्ति कर शाखा के अधिकारी अपर आयुक्त आदित्य नागर ने बताया हर साल संपत्ति कर वसूलने के लिए आखिरी के 2 महीने में अभियान चलाया जाता था और लोक अदालत के भरोसे पूरा नगर निगम का अमला चलता था लेकिन अब अभियान पूरे साल चलेगा और कर्मचारी डोर डोर टू डोर जाएंगे, वहीं लोक अदालत से भी अच्छी वसूली हो इसके लिए वारंट आदि भी तैयार कर साल भर किए जाएंगे। इसी के चलते अप्रैल माह में संपत्ति कर से अच्छी आय हुई है। इस महीने 3 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया है और यदि इसी प्रकार हर महीने 3 करोड़ रुपए संपत्ति कर वसूल किया गया तो संपत्ति कर का आंकड़ा 36 करोड़ तक पहुंच सकता है। अपर आयुक्त नागर ने बताया किबताया कि इस साल संपत्ति गढ़ से 40 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल संपत्ति कर 28 करोड़ पचास लाख वसूला गया। इस बार साढ़े 12 लाख रुपए ज्यादा संपत्ति कर वसूलने की बात कही जा रही है। संपत्ति का नगर निगम की आय का सबसे बड़ा साधन है।
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