नई दिल्ली। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के मुख्य निवेश अधिकारी एस. नरेन का कहना है कि लंबे समय में विशेष स्थितियों में निवेश काफी अच्छा रिटर्न देता है। कम समय के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव होता है। मध्यम अवधि में जताया गया विश्वास इस रणनीति को सफल बनाता है, जिससे मजबूत फायदा मिलता है।
महामारी में कई बार ऐसे विषम हालात बने, जिसे हमने भुनाया और अंत में हमारे निवेशकों के लिए बहुत उत्साहजनक परिणाम आया। हाल में खासकर कोरोना के बाद से यह देखा गया है कि तमाम ऐसे क्षेत्र या कह लें कि पूरे बाजार के साथ अर्थव्यवस्था पर शुरुआत में इसका बहुत असर पड़ा। लेकिन, पिछले दो वर्षों में जिस तरह से अर्थव्यवस्था के साथ-साथ शेयर बाजार और अन्य उद्योगों ने रफ्तार पकड़ी, वह पूरी दुनिया में सबसे तेज रही है।
बेहतर रिटर्न
रिटर्न की बात करें तो एक साल में एक्सिस स्पेशल सिचुएशन फंड ने 18.37 फीसदी का फायदा दिया है। सुंदरम सर्विसेस फंड ने इसी दौरान 35 फीसदी का मुनाफा दिया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया अपॉर्च्यूनिटीज फंड ने 42.37 फीसदी का लाभ दिया है।
आईसीआईसीआई इंडिया अपोर्च्यूनिटीज फंड ने अपने पोर्टफोलियो में ऊर्जा, दूरसंचार, फार्मा, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों के शेयरों को चुना है। इन्होंने पिछले एक साल में अच्छा प्रदर्शन किया है। 31 मार्च, 2022 तक इसके शीर्ष-5 क्षेत्र में बैंक, कैपिटल मार्केट, फाइनेंस, बीमा, फार्मा, हेल्थकेयर और ऑटो रहे। फंड का कुल निवेश 44 शेयरों में है। इसमें 75 फीसदी लार्ज कैप में है।
क्या है स्पेशल सिचुएशन फंड
कभी-कभी कुछ ऐसी असाधारण स्थितियां आ जाती हैं, जिनका सामना कंपनियों को समय-समय पर करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में निवेशकों के लिए निवेश का एक अवसर आता है, जिसमें वह ऐसे अवसर में छुपे हुए संकेतों को पहचान कर निवेश कर सकता है। हालांकि, यह रणनीति एक कुशल फंड मैनेजर को ही समझ में आती है। किसी भी क्षेत्र, अर्थव्यवस्था या कंपनी में सरकारी कार्रवाई, परिवर्तन, नियामकीय बदलाव या वैश्विक घटनाओं के कारण अस्थायी संकट आ सकता है।
जब विशेष परिस्थितियां आती हैं तो कई ग्रोथ और क्वालिटी फंड उन शेयरों से बाहर निकलना चाहते हैं। यही वह जगह है, जहां इस तरह का एक फंड निवेश के अवसर देखता है। ऐसी विशेष परिस्थितियों वाली योजनाएं लाने वाले फंड के पास सभी बाजार चक्र में निवेश करने की सुविधा होती है, जो क्षेत्र के हिसाब से फैसला करते हैं।
3-5 साल के लिए करें निवेश
विशेष स्थिति से मतलब बुनियादी रूप से मजबूत कंपनियों में निवेश करने से है, जो एक निश्चित समय पर किसी विशेष घटना के कारण संघर्ष करती रहती हैं। इस वजह से इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आ सकती है। हालांकि, जैसे-जैसे उन चुनौतियों का समय के साथ समाधान होता जाता है, ऐसे शेयर बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं। जो निवेशक 3-5 साल की अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, वे स्पेशल सिचुएशन फंड में पैसा लगाने पर विचार कर सकते हैं। – पंकज मथपाल, सीईओ, आप्टिमा मनी मैनेजर्स
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