इंदौर गौरव दिवस पर उद्योग संचालकों ने सुनाए संस्मरण
22 उद्योगपतियों को मिला उद्योग गौरव सम्मान
इन्दौर। तुकोजीराव होलकर (Tukojirao Holkar) के समय वजन उठाने वाली मशीनें नहीं थीं। मशीनों को उद्योग स्थल या कपड़ा मिलों तक पहुंचाने के लिए हाथियों का उपयोग किया जाता था। यह होलकरकालीन संस्मरण उद्योगपतियों ने इंदौर गौरव दिवस (Indore Pride Day) पर 22 उद्योगपतियों को उद्योग गौरव से सम्मानित करने के दौरान साझा किए।
तुकोजीराव ने सुगम परिवहन व्यवस्था के लिए अजमेर से खंडवा रेल लाइन डाली। इस तरह इंदौर का औद्योगिक विकास आरंभ हुआ था, जो आज ऊंचाइयों को छू रहा है। उद्योगों की यह विकासगाथा 50 साल पहले, आज और कल का भारत विषय पर संवाद के दौरान उद्योग संचालकों ने सुनाते हुए कहा कि इंदौर में जिस तेजी से विकास हो रहा है। साफ-सफाई के मामले में इंदौर ने जो राष्ट्रीय पहचान बनाई है, वह दिन दूर नहीं जब इंदौर भी हैदराबाद, पुणे, बैंगलुरु की तरह आईटी, स्टार्टअप व मेडिकल एजुकेशन सेक्टर का मेगा हब बनेगा।
इनको मिला उद्योग गौरव सम्मान
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के नेतृत्व में पोलोग्राउंड कल इंदौर गौरव उत्सव आयोजन में 50 साल पहलेउद्योग स्थापित करने वाले 20 से अधिक वरिष्ठ उद्योगपतियों का सम्मान किया गया । इंदौर उद्योग गौरव का सम्मान पाने वालों में ओम अग्रवाल, सी एस मोदी, एस सी देवरा, गोविंद जेठमलानी, गजानन जोशी, एम बी नागपाल, एम एम कस्तुरे, रमेश शाह, जे एस खनुजा, सैफुद्दीन भाई, सुधीर बडोनिया, राजकुमार कलवानी, राजकुमार बलवानी, वेदप्रकाश पाहुजा, जितेन्द्र दवे, अनिरूध्द केला, ब्रजेश कासलीाल, हरीश भाटिया, प्रमोद जैन रमेश समारिया उद्योगपति शामिल थे। इन सभी उद्योगपतियों को मुख्य अतिथि सांसद शकर लालावानी, विशेष अतिथि आयडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावडा,सहित अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने उद्योग गौरव सम्मान से सम्मानित किया।
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