उज्जैन। कोरोना की दो लहर आई जिसमें कई बच्चों ने अपने माता पिता को खो दिया और कुछ बच्चों के माता-पिता में से कोई एक नहीं रहा। ऐसे में सरकार ने सिर्फ उन्हें लाभ दिया है जिनके माता-पिता दोनों नहीं रहे जबकि उज्जैन जिले की बात की जाए तो इस लहर के दौरान 1311 बच्चे ऐसे हैं जिनके सिंगल पेरेंट्स रह गए हैं।
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