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सादा जीवन उच्च विचार का आदर्श प्रस्तुत कर गए दुलेसिंह सिकरवार

October 04, 2021

उज्जैन। कवि दुलेसिंह सिकरवार की 14वीं पुण्य स्मरण पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ इस दौरान उनके सादा जीवन को लेकर चर्चा हुई। कार्यक्रम में कवि कमल चौधरी ने श्रोताओं के बीच देश की वर्तमान स्थिति पर करारा व्यंग कसा। कमल चौधरी की व्यंगात्मक काव्य शैली की ताजा रचना आजादी ने खूब दाद बटोरी। नृसिंह इनानी ने आज सुदामा गली-गली में अपनी पीर सुनाता है जल्दी आओ मुरलीवाले घायल भारत माता है को बहुत सराहा गया। इस गीत के माध्यम से कवि ने देश की वर्तमान राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक स्थिति का सुंदर चित्रण प्रस्तूत कर समा बांध दिया। संस्कार, अफगानिस्तान, चीन, धर्मयुद्ध, महात्मा गांधी, खादी, अमीरी-गरीबी, भ्रष्टाचार आदि अनेक विषयों पर काव्यपाठ किया। जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक श्याम सिंह सिकरवार ने बताया कि प्रतिवर्ष दूले सिंहजी की स्मृति में मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग के सहयोग से अ.भा. कवि सम्मेलन आयोजित किया जाता था लेकिन कोरोना महामारी के कारण शासन प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए यह 14वां पुण्य स्मरण मनाया गया जिसमें सुभाष गौड़ को स्व. दूले सिंह सिकरवार स्मृति सम्मान दिया गया। सम्मान पत्र का वाचन राजेश सिंह सिकरवार ने किया।


इस दौरान चामुंडा माता मंदिर समिति को सहयोग प्रदान कर दरिद्र नारायण भोज करवाया गया। पश्चात सिकरवार सभागृह लक्ष्मी नगर में राजपूत अध्यात्मिक मंडल द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया गया जिसमें अंगद सिंह भदौरिया, राजेंद्र सिंह तोमर, के. व्ही. सिंह राजावत, सत्येंद्र सिंह सेंगर, राजवीर सिंह भदौरिया, अरविंद सिंह चौहान, जयवीर सिंह सेंगर, हरि सिंह चौहान, राजेश सिंह भदौरिया आदि के सुंदर-सुंदर भजनों की प्रस्तुति पर श्रोता आनंद में विभोर होकर झूम उठे।

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रात के अंधेरे में महाकाल का वीरभद्र अखाड़ा जमींदोज किया

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