भोपाल। शहर में गर्मी की तपिश एक बार फिर बढ़ गई है। राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण शहर का तापमान बढ़ा हुआ है। पिछले पांच दिनों से पारा लगातार 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ है, वहीं अगले चार-पांच दिन गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं है। राजधानी में तीन साल बाद जून में गर्मी के तेवर इतने तीखे हैं। इसके पहले वर्ष-2019 में जून में काफी गर्मी पड़ी थी। उस साल आठ एवं 10 जून 2019 को तो पारा 45.9 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि नम हवाएं नहीं चलने के कारण अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। रविवार को भी आसमान साफ रहने के कारण सुबह से ही धूप में चुभन महसूस हो रही है। हवाओं की रफ्तार भी कम रहने के कारण रविवार को अधिकतम तापमान फिर 43 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि राजधानी में वर्ष-2019 में जून माह में गर्मी के तेवर अभी तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक सबसे तीखे थे। आठ एवं 10 जून 2019 को शहर का अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उधर रविवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह शनिवार के न्यूनतम तापमान 30.0 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा। साहा के मुताबिक वातावरण में नमी कम होने लगी है। इस वजह से दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। उधर शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह शुक्रवार के अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा था।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी रहे अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इस चक्रवात से लेकर नागालैंड तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। शुक्ला के मुताबिक अरब सागर में मानसून के शिथिल पड़ जाने के कारण नम हवाएं नहीं आ रही हैं। इस वजह से मप्र में मौसम शुष्क बना हुआ है। इससे तापमान बढ़ रहा है। इस तरह की स्थिति अभी तीन-चार दिन तक बनी रहने के आसार हैं।
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