इंदौर। एक युनानी डॉक्टर (unani doctor) से इलाज कराने के चक्कर में एक प्रसूता के बच्चे की जान पर बन पड़ी। तीन अस्पतालों (three hospitals) के इलाज के बाद उसकी हालत में कुछ सुधार आया है, हाालकि अभी भी इन्फेक्शन बताया जा रहा है। प्रसूता का मजदूर पति अभी तक इलाज के नाम पर पांच लाख खर्च कर चुका है।
गीता पैलेस (Geeta Palace) की मुंजिला पति मोहम्मद उमर मंसूरी और उसके परिजन ने पुलिस आयुक्त सहित मानव अधिकार, जिला शिक्षा अधिकारी कलेक्टर और अन्य जिम्मेदार विभागों में शिकायत की है कि मुंजिला की डिलेवरी के दौरान मोहल्ले की ही यूनानी डॉक्टर फराह नाज के पास इलाज चला। उसके कहे अनुसार निजी अस्पताल मे डिलीवरी करवाई। आरोप है कि डॉक्टर ने डिलीवरी के दौरान बच्चे को खींच दिया। परिजन की नहीं सुनी और आपरेशन नहीं कराते हुए नार्मल डिलीवरी कराई, जिससे बच्चे की आंख पर बन गई। बाद में कमीशन के चक्कर में दूसरे हास्पिटल पहुंचाया। यहां भी हालत में सुधार नहीं हुआ तो तीसरे हास्पिटल में इलाज के दौरान हालत में सुधार आया, फिर भी खतरा टला नहीं। महिला का मजदूर पति पांच लाख रुपये खर्च कर चुका है।
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