गंजबासौदा। मौसम के बदले मिजाज से मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कभी बारिश तो अचानक उमस भरी गर्मी से लोगों की सेहत बिगड़ रही है। दूषित पानी और खान-पान के कारण भी लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे है । राजीव गांधी जन चिकित्सालय की ओपीडी में पेटदर्द, उल्टी दस्त, वायरल बुखार के मरीजों की संख्या ज्यादा हो गई है। अन्य मौसम की तुलना में पिछले एक सप्ताह से अस्पताल की ओपीडी में रोज 400-500 से ज्यादा मरीज बीमारी का इलाज करवाने आ रहे है। भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ गई है। अस्पताल में स्टाफ की कमी है।उसी पर डॉक्टरों सहित मेडिकल स्टाफ पर अतिरिक्त मरीजों का बोझ बढ़ गया है। एक सप्ताह से लगातार बारिश हो रही है। कभी एकदम धूप निकल आती है, जिससे उमस बडऩे से लोगों को गर्मीं का एहसास होने लगता है ,फिर अचानक बारिश होने लगती है जिससें मौसम में ठंडक घुल जाती है। जो सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो रही है।
दूषित पानी से बढ़ रहे हैं पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीज
बारिश के मौसम में सरकारी नलों में मटमैला और गंदा पानी आ रहा है। इसके उपयोग से पेट से संवधित बीमारियां बढ रही है। अस्पतालों में भी पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ी है। डॉक्टर मरीजों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन लोग खान-पान और शुद्ध पेयजल के मामले में लापरवाही बरत रहे हैं।
बीमार बुजुर्गों और बच्चों की संख्या बढी
राजीव गांधी जन चिकित्सालय से मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को अस्पताल की ओपीडी में चार सौ से पांच सौ मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं, इनमें बुजुर्ग महिलाओं की संख्या अधिक देखी जा रही है, चिकित्सा प्रभारी पी के दीवान ने बताया कि ओपीडी में पेट से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या अधिक देखी जा रही है।गर्भवती महिलाओं की संख्या भी बढ रही है।बुधवार को भी ओपीडी 500 के आसपास मरीज थे। खान-पान मौसम में नमी होने का कारण भी एलर्जी के मरीज भी बढ़ रहे हैं है। राजीव गांधी जन चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. प्रमोद दीवान का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से ओपीडी बढ़ रही है। जिसमें बच्चों महिलाओं और बुर्जुग की ज्यादा होती है।
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