रतलाम। सावन के बाद भादौ में भी रतलाम जिले में मानसून का दबाव नहीं बन पा रहा है। सुबह 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटे में बाजना में 3, रतलाम में 5, रावटी में 2.6, सैलाना में 5 मि.मी. कुल 1.9 मि.मी. जिले में बारिश हुई है। आज भी सुबह से बुंदाबांदी हुई तथा दोपहर बाद धुप खिलने से जो उम्मीद पानी गिरने की थी वह भी नहीं रही। भादौ में यदि यही स्थिति बनी रही तो प्रदेश के कई जिलों के साथ रतलाम में भी सुखा पडऩे की संभावना है। जबकि अन्य जिलों में अच्छी बारिश हो रही है। ऐसे ही हालत रहे तो रतलाम जिला सुखाग्रस्त घोषित हो सकता है, ऐसा लोगों का मानना है।
अभी तक जिले में 494.8 मि.मी. (लगभग 20 इंच) बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में गत वर्ष 970 मि.मी. (लगभग 39इंच) बारिश हुई थी। अभी भी 19 इंच बारिश कम हुई है। वैसे अगस्त के तृतीय सप्ताह तक 577 मि.मी. वर्षा का रेकार्ड रतलाम जिले का है।
अभी तक आलोट में 478, जावरा में 505, ताल में 533, पिपलौदा में 340, बाजना में 526, रतलाम में 455, रावटी में 532 तथा सैलाना विकासखंड मे 590 मि.मी. तथा जिले में 494.8 मि.मी. औसत वर्षा हो चुकी है, जबकि गत वर्ष इस अवधि में आलोट में 1071, जावरा में 983, ताल में 1092, पिपलौदा में 834, बाजना में 745, रतलाम में 860, रावटी में 1134, सैलाना में 1002 और कुल औसत वर्षा 265 मि.मी. हुई थी।
इन आंकड़ों को देखे तो आलोट में 593, जावरा में 478, ताल में 559, पिपलौदा में 494, बाजना में 219, रतलाम में 405, रावटी में 602, सैलाना में 412 तथा औसत 470.5 मि.मी. वर्षा कम हुई है।