– उत्तरप्रदेश एसटीएफ ने शहडोल से साले और भानजे को किया गिरफ्तार
लखनऊ। कानपुर पुलिस नरसंहार मामले के छठे दिन उत्तरप्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के चचेरे भाई 25 हजारी के इनामी बदमाश अमर दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया, जबकि मप्र के शहडोल से दुबे के साले ज्ञानेन्द्र और भानजे को गिरफ्तार कर लिया।
हमीरपुर मुठभेड़ में मारे गए अमर दुबे पर 25 हजार का इनाम घोषित था और वह कानपुर नरसंहार में भी शामिल था। मुठभेड़ में एसआई मनोज शुक्ला और एसटीएफ सिपाही भी घायल हुआ है।
29 जून को हुई थी अमर की शादी
बताया जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर अमर दुबे की 29 जून को शादी हुई थी। दुबे की मौत पर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार का कहना है कि विकास दुबे ने उसके पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। परिजनों का कहना है कि अमर दुबे कभी भी अपने काम के बारे में नहीं बताता था।
सीईओ की हत्या की थी
कानपुर नरसंहार में शामिल अमर दुबे ने सीईओ देवेन्द्र मिश्रा की हत्या की थी। पुलिस की वांटेड लिस्ट में उसका नाम 14वें नंबर पर था।
अब भिंड के जंगल में भागने की खबर
अब भी गैंगस्टर विकास दुबे का नेटवर्क पुलिस से तगड़ा है। फरीदाबाद की एक होटल में ठहरे दुबे को गिरफ्तार करने जैसे ही पुलिस पहुंची, वह वहां से फरार हो गया। फरीदाबाद आने से पहले वह दिल्ली में सरेंडर करना चाहता था। माना जा रहा है कि विकास दुबे भिंड के जंगलों में छिपा है। इस जंगल का अधिकांश हिस्सा उत्तरप्रदेश सीमा में है।
राजदार जय ने उगला राज पत्नी को कराया फरार
कानपुर नरसंहार मामले में गिरफ्तार दुबे के खास जय वाजपेयी ने बताया कि मुठभेड़ के तुरंत बाद विकास ने फोन कर उसे पत्नी और परिवार को सुरक्षित स्थान पर ले जाने को कहा था। वह स्वयं लक्जरी कार में दुबे की पत्नी रिचा को बलिया लाया था।
श्यामू भी गिरफ्तार
पुलिस ने कानपुर से मुठभेड़ में शामिल दुबे के साथी श्यामू वाजपेयी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
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